कोलकाता पुल हादसे में बड़ा खुलासा, बीजेपी ने ममता सरकार पर बोला हमला, इन वजहों से हुई दुर्घटना

कोलकाता में हुए भीषण सड़क हादसे में अब ममता सरकार की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है । बताया जा रहा है ट्रैफिक पुलिस ने पीडब्‍ल्‍ूडी को पुल के हालात से पहले ही आगाह कर दिया था ।

New Delhi, Sep 05 : कोलकाता के भरे बाजार में मंगलवार को हुए पुल हादसे में अब राजनीति तेज हो गई है । मामले में सरकार और पीडब्‍लूडी की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है । बताया जा रहा है कि ट्रैफिक पुलिस की ओर से पीडब्‍लूडी को पहले ही आगाह किया गया था कि पुल की हालत ठीक नहीं है, इसे मरम्‍मत की जरूरत है । लेकिन समय रहते पुल की मेंटनेंस का काम नहीं करवाया गया और नतीजतन ये भीषण हादसा हो गया ।

सरकार पर हमला
पुल हादसे में सरकार पर विपक्ष ने निशाना साधना शुरू कर दिया है । भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने भी सूबे की ममता सरकार पर निशानासाधा है । बीजेपी के सांसद मुकुल रॉय ने पुल हादसे पर तृणमूल कांग्रेस सरकार और सूबे की सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधा है । रॉय ने कहा कि सरकार राज्य को सुंदर बनाने की बस बातें कर रही है लेकिन जो पुराने निर्माण कार्य हैं उनकी मरम्‍मत का काम कौन करेगा । इस हादसे की पूरी जिम्‍मेदारी सरकार को लेनी चाहिए ।

पल-पल की जानकारी ले रही हैं ममता बनर्जी
उधर ममता इसलिए भी निशाने पर हैं क्‍योंकि वो इस समय कोलकाता में नहीं हैं । ममता इस समय दार्जिलिंग में हैं। घटना पर बालेते हुए उन्‍होने कहा कि – ‘हादसे को लेकर हम बहुत चिंतित हैं। हम मौके पर मौजूद रेस्क्यू टीम से पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। जितनी जल्दी हो सके हम वहां वापस जाना चाहते हैं। लेकिन यहां शाम में कोई फ्लाइट नहीं है, इसलिए हम ऐसा करने में असमर्थ हैं।’

राहत का कार्य जारी है
ममता ने मामले में आगे कहा, ‘हमारी टीम का सारा ध्यान राहत और बचाव कार्यों पर है। हमारी प्राथमिकता भी बचाव और राहत ही है। माझेरहाट हादसे में बाकी की जांच हम बाद में करेंगे।’ ममता आज शाम 4:30 बजे तक कोलकाता लौटेंगी । राज्य सरकार की ओर से लोगों को अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान ना दें । हादसे में कई गाड़ियां और लोग उसके मलबे के नीचे दब गए ।

मामले की जांच होनी चाहिए
वहीं माझेरहाट पुल हादसे पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने कहा कि , ‘पुल के लिए बेहतर रखरखाव की आवश्यकता थी। कुछ समय पहले तक यहां पर एक गड्ढे की रिपोर्ट थी, मुझे नहीं पता कि पीडब्ल्यूडी ने इसे नोट किया था या नहीं। इसके रख रखाव की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी और रेलवे प्रशासन की थी। मामले की जांच करने की आवश्यकता है।’

3 साल में दूसरा बड़ा हादसा
आपको बता दें पिछले 3 सालों में कोलकाता में होने वाला यह दूसरा फ्लाइओवर हादसा है । इससे पहले साल 2016 में उत्तरी कोलकाता के भीड़-भाड़ वाले बड़ा बाजार इलाके में निर्माणाधीन विवेकानंद पुल गिर गया था ।  इस हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 90 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे । हादसे के बाद मलबा हटाने में कई दिन लग गए थे ।