कभी कहा जाता था टीम इंडिया का ‘भविष्य’, लेकिन अब विराट के बाद रोहित ने भी किया नजरअंदाज

virat rohit

एक समय था, जब टीम इंडिया में इस खिलाड़ी को भविष्य माना जाता था, लेकिन धोनी के संन्यास के बाद उनकी किस्मत पलट गई, उनकी उल्टी गिनती शुरु हो गई।

New Delhi, Mar 04 : टीम इंडिया और श्रीलंका के बीच 2 टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला मोहाली में खेला जा रहा है, इस मैच में कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया, लेकिन उनके एक फैसले ने फैंस को हैरान करके रख दिया, दरअसल रोहित ने प्लेइंग 11 से एक खिलाड़ी को बाहर रखा है, पूर्व कप्तान विराट के बाद रोहित ने भी इस खिलाड़ी को नजरअंदाज किया है, इस खिलाड़ी का करियर बेंच पर ही बैठकर बर्बाद हो रहा है, उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिल रहा है।

विराट के बाद रोहित ने भी किया नजरअंदाज
एक समय था, जब टीम इंडिया में इस खिलाड़ी को भविष्य माना जाता था, लेकिन धोनी के संन्यास के बाद उनकी किस्मत पलट गई, उनकी उल्टी गिनती शुरु हो गई, धोनी के बाद अब विराट कप्तान बने, तो इस खिलाड़ी को टीम इंडिया में बेहद कम मौके दिये गये, रोहित जब कप्तान बने, Kuldeep Yadav तो उन्होने भी इस खिलाड़ी को ज्यादा भाव नहीं दिया, टीम इंडिया के खतरनाक चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को हिटमैन ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट में प्लेइंग इलेवन से बाहर रखा है, जबकि हरकोई ये उम्मीद कर रहा था कि कुलदीप को मौका देकर रोहित उनका करियर बचाएंगे।

तीन स्पिनर
रोहित शर्मा ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच की प्लेइंग इलेवन में तीन विशेशज्ञ स्पिनर को मौका दिया है, उन्होने आर अश्विन के साथ बायें हाथ के गेंदबाज रविन्द्र जडेजा और ऑफ स्पिनर जयंत यादव को मौका दिया है, माना जा रहा था कि जयंत के जगह कुलदीप को शामिल किया जा सकता है, लेकिन रोहित ने ऐसा नहीं किया।

इस विवाद ने मचाया था हंगामा
कुलदीप यादव वही खिलाड़ी है, जिनकी वजह से कभी विराट कोहली और अनिल कुंबले के बीच झगड़े की शुरुआत हुई थी, 2017 मार्च में ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे पर कप्तान विराट कोहली और मुख्य कोच अनिल कुंबले के बीच अनबन हुई थी, दरअसल सीरीज के तीसरे टेस्ट में कुंबले चाहते थे कि कुलदीप को टीम में शामिल किया जाए, लेकिन विराट ने इससे साफ मना कर दिया, ये विवाद धर्मशाला टेस्ट के दौरान हुआ था, धर्मशाला टेस्ट में विराट चोट की वजह से मैच का हिस्सा नहीं थे, रहाणे टीम की कप्तानी कर रहे थे। उस मुकाबले में कुलदीप को मौका दिया गया था, विराट इसके खिलाफ थे, वो अमित मिश्रा को खिलाना चाहते थे, ये फैसला विराट को बिना बताये लिया गया था, इसके अलावा बताया जाता है कि विराट पूर्व कप्तान धोनी को ग्रेड ए में शामिल किये जाने से भी खफा थे, माना जाता है कि कुलदीप को लेकर इसी विवाद के चलते विराट उन्हें अपनी टीम की प्लेइंग इलेवन में रखने से कतराते थे, जब विराट कोहली टीम के कप्तान और रवि शास्त्री कोच बने, तो कुलदीप का करियर लगभग खत्म हो गया था।

वैरिएशन से बॉलिंग
कुलदीप बेहद प्रतिभाशाली गेंदबाज माने जाते हैं, उनका गेंदबाजी एक्शन भी अलग है, जिसमें बायें हाथ का स्पिनर गेंद को उंगलियों के बजाय कलाई से स्पिन कराता है, धोनी जब टीम इंडिया के लिये खेल रहे थे, तो कुलदीप उनके खासमखास थे, लेकिन धोनी के संन्यास लेते ही कुलदीप का करियर अंधेरे की ओर जाने लगा, कुलदीप यादव ने टीम इंडिया के लिये 24 टी-20 मैचों में 41 विकेट लिये, उन्होने 45 आईपीएल मुकाबले भी खेले हैं, जिसमें उनके नाम 40 विकेट है, उनका वनडे करियर भी शानदार रहा, उन्होने 66 वनडे में 109 विकेट झटके हैं, ये आंकड़े कुलदीप की प्रतिभा का आकलन करने के लिये पर्याप्त है, उन्होने 7 टेस्ट मैचों में 26 विकेट झटके हैं। कुलदीप के नाम सिडनी में 5 विकेट हॉल लेने का भी रिकॉर्ड है, ऐसा कारनामा आज तक अश्विन ने भी विदेश में नहीं किया है।