शहीद की पत्नी बनेगी सेना में अॉफिसर , बोली ‘अब मैं करूंगी आतंकियों का सामना’’

शहीद को सलाम और उनकी पत्नी को सलाम, जो अब सेना में अॉफिसर बनने के लिए तैयार हैं। इस बेटी का कहना है कि ‘’अब मैं आतंकियों का सामना करूंगी’’।

New Delhi, Feb 24: शहीद…ये शब्द जुबां पर आते ही दिल में सम्मान पनपता है। देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों को दुनिया सलाम करती है। ऐसे ही देश के लिए कुर्बान होने वाले एक शहीद की पत्नी ने फैसला किया है कि अब वो अपने पति का अधूरा काम पूरा करेंगी। सेना में अॉफिसर बनकर वो आतंकियों से मुकाबला करने के लिए तैयार हैं।

शहीद राइफलमैन की वीर पत्नी
हम बात कर रहे हैं राइफलमैन शिशिर मल्ल की पत्नी संगीता मल्ल की। संगीता को क्लेमेनटाउन स्थित सैन्य परिसर में सम्मानित किया गया। संगीता मल्ल का सलेक्शन चेन्नई स्थित आर्मी ट्रेनिंग एकेडमी यानी ओटीए के लिए हुआ है। OTA में ट्रेनिंग लेने के बाद भारतीय सेना में अॉफिसर बनेंगी। स्टेशन कमांडर ब्रिगेडियर सुभाष पनवर ने संगीता को स्मृति चिह्न भेंट किया और सम्मानित किया।

1 साल बाद बनेंगी लेफ्टिनेंट
OTA में साल भर की ट्रेनिंग लेने के बाद संगीता मल्ल सेना में लेफ्टिनेंट बन जाएंगी। संगीता मल्ल आर्मी पब्लिक स्कूल क्लेमेनटाउन की छात्रा भी रही हैं। 2015 में बारामूला में भारतीय सेना द्वारा ऑपरेशन रक्षक चलाया गया था। इस ऑपरेशन के दौरान देहरादून के शिशिर मल्ल को गोली लग गयी थी। शिशिर मल्ल 32 RR में पोस्टेड थे।

देशभर में लोगों ने किया सलाम
बताया जाता है कि बारामूला में नौ घंटे चली भीषण मुठभेड़ में आतंकी संगठन लश्कर-ए-इस्लाम के आतंकी को शिशिर मल्ल ने मार गिराया था। संगीता के पति राइफलमैन शिशिर मल्ल को अदम्य वीरता और साहस के लिए मरणोपरांत 26 जनवरी 2016 को सेना मेडल से सम्मानित किया गया था। पति की शहादत के बाद संगीता ने अपना हौसला नहीं खोया।

फिलहाल बैंक में नौकरी कर रही हैं
फिलहाल संगीता एक बैंक में नौैकरी कर रही हैं। पति की शहादत के बाद उन्होंने फौज की वर्दी पहनकर देश की सेवा करने का फैसला लिया है।संगीता जैसी महिलाएं हमारे देश की सुरक्षा की नींव हैं, जिनकी बदौलत सेना का हौसला सातवें आसमान पर है। खुद को सम्भालने के बाद परिवार को सम्भालते हुए कुछ पत्नियां इतनी बहादुर होतीं हैं कि सेना में शामिल होने का फैसला भी लेने से नहीं हिचकिचाती।

मेहनत से उत्तीर्ण की परीक्षा
संगीता ने इसके लिए मेहनत की और एसएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की है। गीता मल्ल का सलेक्शन ओटीए चेन्नई के लिए हुआ है। संगीता अपने परिवार में पहली व्यक्ति होंगी जो सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर जाएंगी। सेना में शामिल होने का जज्बे को बरकरार रखते हुए इस वीर बेटी ने कभी भी अपने जज्बे को डिगने नहीं दिया और लगातार मेहनत करती है।

भारतीय सेना ने किया सम्मान
आज आलम ये है कि संगीता मल्ल को भारतीय सेना द्वारा सम्मानित किया गया है। संगीता का मानना है कि महिलाएं आज के वक्त में सब कुछ कर सकती हैं। हाल ही में भारतीय वायुसेना की फाइटर पायलट अवनी चतुर्वेदी ने भी ऐसी ही मिसाल कायम की है। अवनी ने मिग-21 उड़ाकर देश की पहली महिला एयरफोर्स ऑफिसर का तमगा हासिल किया है।