पूजा झाड़ू-पोंछा का काम करती थी, राजू पाल से उनकी मुलाकात हुई, दोनों ने शादी का फैसला लिया। 16 जनवरी को राजू ने पूजा पाल से शादी की, उसके 9 दिन बाद ही राजू पाल की हत्या हो गई।
New Delhi, Jan 12 : यूपी की राजनीति में कई ऐसे नाम हैं, जो अपने पति या पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढा रहे हैं, उन्हीं में से एक नाम पूजा पाल का है, पूजा की कहानी एकदम फिल्मी है, शादी के 9 दिनों बाद ही उनकी पति की हत्या हो गई थी, जिसके बाद उन्होने पति के राजनीतिक विरासत को बढाया, आइये उनके बारे में आपको बताते हैं।
बसपा से शुरुआत
पूजा पाल अभी समाजवादी पार्टी में है, लेकिन उन्होने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत मायावती की पार्टी बसपा से की थी, पूजा पहली बार 2007 में बसपा के टिकट पर विधायक बनी थी, उनके पति राजू पाल भी बसपा से विधायक थे, 2004 में इलाहाबाद पश्चिम सीट से विधायक चुने गये थे, पूजा और राजू पाल ने 16 जनवरी 2005 को शादी की थी।
9 दिनों बाद ही हत्या
बताया जाता है कि पूजा झाड़ू-पोंछा का काम करती थी, राजू पाल से उनकी मुलाकात हुई, दोनों ने शादी का फैसला लिया। 16 जनवरी को राजू ने पूजा पाल से शादी की, उसके 9 दिन बाद ही राजू पाल की हत्या हो गई, कहा जाता है कि हत्या का आरोप अतीक अहमद के लोगों पर है। 2012 चुनाव में पूजा के खिलाफ खुद अतीक अहमद सपा के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे, लेकिन पूजा ने उन्हें भी पराजित कर दिया।
पति के सीट से लड़ रही चुनाव
2007 विधानसभा चुनाव में अतीक अहमद के भाई मोहम्मद अशरफ को पूजा पाल ने हराया था, हालांकि 2017 में बसपा छोड़ वो समाजवादी पार्टी में शामिल हो गई, 2019 लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने उन्हें सपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव भी लड़वाया, हालांकि वो जीत हासिल नहीं कर सकी।