BCCI के इस फैसले से ‘खफा’ थे महेन्द्र सिंह धोनी, जनवरी में ही संन्यास का बना लिया था मूड!

Dhoni

धोनी को टी-20 टीम में वापसी की उम्मीद थी, उन्होने कठिन परिश्रम भी शुरु कर दिया था, टेनिस खेल रहे थे, फिट रहने के लिये मैनेजमेंट स्टूडेंट्स के साथ माइंड गेम्स में हिस्सा ले रहे थे।

New Delhi, Aug 24 : टीम इंडिया को दो विश्वकप जिताने वाले महेन्द्र सिंह धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है, माही ने अपनी मां के जन्मदिन 15 अगस्त की शाम 7.29 बजे इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया, पिछले साल खेले गये आईसीसी विश्वकप के बाद से ही माही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर थे, अचानक 15 अगस्त की शाम संन्यास का ऐलान कर उन्होने सबको हैरान कर दिया, पिछले कुछ महीनों से धोनी के भविष्य की लगातार बातें हो रही थी, कहा जा रहा था कि उन्होने अपना आखिरी मैच खेल लिया है।

क्यों ऐलान नहीं कर रहे थे
मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहने का मन इसी साल जनवरी में बना लिया था, तब बीसीसीआई ने 2019-20 पुरुष क्रिकेटर्स कांट्रेक्ट की घोषणा की थी, धोनी को उस कांट्रेक्ट लिस्ट से बाहर रखा गया था, इसके बाद रांची में माही ने अपने दोस्तों से पूछा था कि आखिर क्यों उन्होने मुझे इस सूची से बाहर किया, क्या मैं फिट नहीं हूं, माही जानते थे कि विराट की कप्तानी में भारतीय टीम ने उनके बिना खेलने के नये रास्ते खोज लिये थे।

बीसीसीआई ने दिये झटके
पूर्व कप्तान धोनी 16 जनवरी 2020 को दुनिया के सबसे अमीर बोर्ड बीसीसीआई के दिये झटके को नहीं संभाल सके, उन्होने अपनी पत्नी और परिवार के सदस्य को कहा था कि उन्होने स्थिति को अनदेखा कर दिया, लेकिन उन्हें महसूस हुआ कि उन्हें दो साल पहले ही संन्यास का ऐलान कर देना चाहिये था, लेकिन वो विकेट के पीछे बहुत लंबे समय तक टिके हुए थे।

टी-20 में वापसी की थी उम्मीद
इसके बावजूद धोनी को टी-20 टीम में वापसी की उम्मीद थी, उन्होने कठिन परिश्रम भी शुरु कर दिया था, टेनिस खेल रहे थे, फिट रहने के लिये मैनेजमेंट स्टूडेंट्स के साथ माइंड गेम्स में हिस्सा ले रहे थे, लेकिन बीसीसीआई ने उन्हें कांट्रेक्ट में वापस नहीं लिया और ना ही संकेत दिये, कि धोनी को टी-20 टीम में शामिल किया जाएगा, जिसके बाद उन्हें संन्यास का ऐलान करना पड़ा।