ब्लू व्हेल के बाद एक और खतरनाक गेम वायरल हो रहा है। इस गेम में बच्चों को 48 घंटे के लिए अपने घर से गायब होना पड़ता है। अपने बच्चों को इस गेम से बचाइए।
New Delhi, Oct 22: ब्लू व्हेल तो आपको याद ही होगा, इस गेम ने पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया था। कई देशों में इसे बैन कर दिया गया। भारत में भी इसे बैन करने की मांग की गई. कोर्ट में याचिकाएं डाली गई थीं। इस गेम के कारण कितने ही बच्चों की जान चली गई थी. आत्महत्या के लिए उकसाने वाले इस गेम ने कई परिवारों को उजाड़ दिया था। फिलहाल अब ये गेम पीछे छूट गया है। इसकी जगह एक नया गेम वायरल हो रहा है, खास बात ये है कि ये गेम भी ब्लू व्हेल की ही तरह खतरनाक है। इस से भी बच्चों को बचाने की जरूरत है।
कौन सा गेम है ये ?
ब्लू व्हेल में जहां अलग अलग टास्क दिए जाते थे, इस गेम में 48 घंटों का चैलेंज दिया जाता है। इस गेम का नाम ही 48 Hour चैलेंज , ये खेल भी सोशल मीडिया के जरिए बच्चों को अपना शिकार बना रहा है। फेसबुक पर छोटे बच्चों को चैलेंज दिया जा रहा है कि वो 48 घंटों के लिए घर से गायब हो जाएं। ये चैलेंज पूरा करने के लिए घरवालों को बिना बताए गायब होना पड़ता है।
कैसे मिलते हैं प्वाइंट्स
अब आपको बताते हैं कि इस गेम में प्वाइंट्स कैसे मिलते हैं। ये दावा किया जा रहा है कि बच्चों के गायब होने के समय की अवधि में सोशल मीडिया पर जितनी बार उनके बारे में चर्चा होगी, उन्हें उतने ही पॉइंट्स दिए जाएंगे। यानी, बच्चों के गायब होने के बाद उनके परेशान परिवार वालों और दोस्तों के उन्हें खोजने की अपील करने वाले पोस्ट्स के लिए उन बच्चों को पॉइन्ट्स मिलेंगे।
परिवार होता है परेशान
बता दें कि ये खेल गेम ऑफ 72 नाम के एक गेम की नकल है जो कुछ साल पहले यूरोप के कई देशों में वायरल हुआ था। इसके चलते कई बच्चों ने 72 घंटों तक के लिए गायब हो जाने की कोशिश की थी। जिसके कारण उनके परिवार वाले परेशान हो गए थे। एक मां ने बताया कि इस पागलपन से भरे खेल की वजह से इनके परिवार को इतनी परेशानी उठानी पड़ी थी जिसे बयां नहीं किया जा सकता।
गायब बच्चों पर खतरा
अब आप सोचिए कि जब बच्चा एक गेम के चक्कर में अपने ही घर से गायब हो जाए तो परिवरा वालों को कैसा लगेगा। एक मां ने बताया कि उनका बच्चा दूसरे बच्चों के साथ काउंटी डाउन और काउंटी अंत्रिम से भाग गए और उन्हें 55 घंटे बाद बैलीमेना से पकड़ा गया था। इस दौरान बच्चों के साथ कुछ भी हो सकता था। उस दौरान सभी को बहुत डर लग रहा था।
गेम की शिकायत
जो बच्चे इस गेम के चक्कर में गायब हो गए थे, उनके परिवार वालों ने इस गेम की शिकायत की थी। उनका कहना था कि जब बच्चे गायब हो गए थे, तो उनके साथ कुछ भी हो सकता था, उन्हें कोई मार ना दे, कोई उनके साथ रेप ना कर दे, या उन्हें बेच ना दे लेकिन इन बच्चों को ये सब मजाक लगता है। जब पुलिस बच्चों को पकड़ कर लाई तो वो परेशान नहीं थे।
सोशल मीडिया से वायरल हुआ गेम
इस तरह के खेल सोशल मीडिया के जरिए बच्चों की नजर में आते हैं। फेसबुक पर इस तरह के बेतुके चैलेंज और ट्रेंड्स को हवा मिलती है। हाल ही में, एक डक्ट टेप चैलेंज भी शुरू हुआ था जिसमें बच्चों को को दूसरे बच्चों को डक्ट टेप में जकड़ते हुए फोटो पोस्ट करनी थी। इस गेम के कारण एक बच्चे की आंख में गंभीर चोट आई थी। लेकिन बच्चों को इस से फर्क नहीं पड़ता है।
इस तरह के कई गेम
ऐसा नहीं है कि ब्लू व्हेल और 48 Hour चैलेंज गेम ही चर्चा में हैं। इस तरह के कई गेम ऑनलाइन वर्ल्ड में चल रहे हैं। एक सिनेमन चैलेंज भी है जिसमें लोग एक चम्मच दालचीनी पाउडर खाने के बाद खांसते और उगलते दिखाई दे रहे थे। ये विडियो मज़ाकिया थे लेकिन ये काफी खतरनाक हो सकते थे। डॉक्टरों के मुताबिक इस से किसी की सांस रुक सकती थी। उसके फेफड़े काम करना बंद कर सकते हैं।
साल्ट एंड आइस चैलेंज
ऐसा ही एक गेम भी खूब चर्चा में आया था। इस गेम में लोग एक ही मुठ्ठी में नमक और बर्फ को साथ बंद कर रहे थे इस खेल में वो शख्स जीत जाता था जो सबसे लंबे समय तक यह कर पाता था। बता दें कि नमक और बर्फ एक साथ मिलाने पर तापमान बहुत कम हो जाता है। जिससे कई लोगों को सेकंड और थर्ड डिग्री बर्न्स भी हो गए थे। तो इस तरह के ऑनलाइन गेम्स से अपने बच्चों को बचाना आपकी जिम्मेदारी है, इनकी हरकतों पर नजर रखिए।