राफेल पर ‘पर्दा डालने’ की बात कहकर राहुल ने कसा तंज तो निर्मला सीतारमण ने दिया झन्‍नाटेदार जवाब  

राफेल विवाद पर राहुल गांधी ने सरकार को एक बार फिर घेरा है । उन्‍होने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की विदेश यात्रा को लेकर सवाल खड़े किए हैं ।

New Delhi, Oct 12 : राफेल विवाद पर राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की । राहुल ने इस नाजुक समय में जब राफेल को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है तब रक्षा मंत्री को विदेश क्‍यों जाना पड़ा, इसे लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा । राहुल गांधी ने सरकार पर मामले पर लीपापोती करने और पर्दा डालने का आरोप लगाया है । कांग्रेस अध्‍यक्ष की इस टिप्‍पणी के बाद निर्मला सीतारमण ने दो टूक जवाब दिया है ।

रक्षा मंत्री का जवाब
राफेल सौदे पर विपक्ष के सवालों को लेकर रक्षा मंत्री निर्मल सीतारमण ने टिप्‍पणी की है । निर्माला फ्रांस की 3 दिन की यात्रा पर गईं हुई हैं । यहीं उन्‍होने विपक्ष के सवालों का जवाब दिया । पेरिस में एक ब्रीफिंग के दौरान निर्मला ने मोदी सरकार के दावे को दोहराया, उन्‍होने कहा कि सरकार को इस बात का बिलकुल पता नहीं था कि दसॉ एविएशन, अनिल अंबानी की अगुवाई वाले रिलायंस ग्रुप के साथ गठजोड़ करेगा ।

व्‍यक्तिगत फर्म का उल्‍लेख नहीं होता
निर्मला सीतारमण ने कहा कि –  ‘हम बहुत स्पष्ट हैं । फ्रांस की सरकार के साथ हमने उड़ने की स्थिति में 36 राफेल एयरक्राफ्ट खरीदने का समझौता किया था । सरकारों के बीच हुए समझौते में व्यक्तिगत फर्मों का कोई उल्लेख नहीं होता ।’ यात्रा को लेकर उठने वाले सवालों पर निर्मला ने जवाब दिया । उन्‍होने कहा कि अगर खरीदार हैं, निर्माण कैसे हो रहा है ये देखना है तो जाना होगा ही ।

निर्मला ने दिया ये जवाब
अपनी फ्रांस यात्रा यात्रा के बारे में सवालों पी निर्मला का जवाब – “जहां तक दसॉ आने की बात है तो यह एक निमंत्रण था और मैं एक खरीददार हूं तो आखिर मैं जाऊंगी और देखूंगी ।” खबर है कि सीतारमण दसॉ एविएशन की उस यूनिट में जाएंगी जहां भारत के लिए राफेल तैयार किए जा रहे हैं । इससे पहले फ्रांस के पूर्व राष्‍ट्रपति फ्रांस्‍वा ओलांद के हवाले से खबर आई थी कि दसॉ के लिए भारतीय सहयोगी कंपनी के चुनाव को लेकर दूसरा कोई विकल्प नहीं था ।  भारत सरकार ने ही भारतीय कंपनी के नाम का प्रस्ताव रखा था ।

राहुल ने लगाए आरोप
उधर राहुल गांधी ने रक्षा मंत्री के अचानक हुए फ्रांस दौरे को लेकर कहा कि –  “रक्षा मंत्री अचानक फ्रांस क्यों गई हैं? क्या आपात स्थिति है?” उन्होंने ट्वीट किया –  “राफेल (सौदे पर) पर्दा डालने का प्रयास शुरू हो गया है. यह दिखाने के लिए कि सौदा वैध है, रक्षा मंत्री, फ्रांस और हमारे रक्षा मंत्रालय के बीच हुईं काल्पनिक बैठकों का ब्यौरा तैयार करना होगा और दोनों पक्षों को मीडिया में बताने वाली कहानी पर सहमत होना होगा. रक्षा मंत्री फ्रांस रवाना हो गईं.”