अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड यानी कच्चे तेल की कीमतें 111 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है, ये क्रूड के लिये करीब 8 साल का सबसे हाई है।
New Delhi, Mar 03 : रुस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का आज 8वां दिन है, इसका पूरी दुनिया में असर देखने को मिल रहा है, युद्ध के पहले दिन ही भारत का शेयर बाजार डाउन हो गया था, इसके साथ ही तेल की कीमतों में भी उबाल देखने को मिल रहा है, माना जा रहा है कि भारत में यूपी चुनाव के अगले हफ्ते से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में रिकॉर्ड बढोतरी हो सकती है।
कच्चे तेल की कीमतों में रिकॉर्ड बढोतरी
अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड यानी कच्चे तेल की कीमतें 111 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है, ये क्रूड के लिये करीब 8 साल का सबसे हाई है, डबल्यूटीआई क्रूड भी 109 डॉलर प्रति बैरल के करीब ट्रेड कर रहा है, दुनियाभर में सप्लाई कम होने और आगे और शॉर्टेज घटने के अंदेशा के चलते क्रूड में जोरदार उछाल देखने को मिला है, इसके चलते अगले एक महीने में क्रूड ऑयल की कीमतों में 10 से 15 फीसदी की और तेजी आएगी।
पेट्रोल-डीजल की बढेगी कीमतें
फाइनेंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार आईआईएफएल के वीपी-रिसर्च अनुज गुप्ता ने कहा कि ब्रेंट अभी 111 डॉलर प्रति बैरल के करीब है, ये करीब 7.5 साल का हाई है, जबकि एमसीएक्स पर क्रूड लाइफ टाइम हाई 8088 रुपये पर पहुंच गया है, ये अगले एक महीने में 125 डॉलर प्रति बैरल तक महंगा हो सकता है, वहीं एमसीएक्स पर ये 8500 से 8700 तक पहुंच सकता है, इसके अलावा भारत में पेट्रोल और डीजल में लंबे समय से कोई बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन क्रूड महंगा होने से बैलेंसशीट पर दबाव बहुत ज्यादा है, ऐसे में चुनाव के बाद पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 15 से 20 रुपये लीटर तक की बढोतरी होने का अनुमान है।
120 दिनों से नहीं बदले पेट्रोल-डीजल के दाम
आपको बता दें कि पिछले 120 दिनों से देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बढोतरी नहीं की गई है, जबकि इसी दौरान कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से बढत हुई है, ये दो महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।