150 रुपये प्रति लीटर हो जाएगी पेट्रोल की कीमत! पुतिन के एक फैसले से भारत को नुकसान

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इस महायुद्ध से रुस की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ रहा है, इसके सबूत भी मिलने लगे हैं, अगर रसिया कच्चे तेल की सप्लाई रोकता है, तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे की कीमतें 300 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच जाएगी।

New Delhi, Mar 09 : रुस तथा यूक्रेन के बीच 14 दिनों से जंग जारी है, रुस लगातार यूक्रेन पर हमले कर रहा है, और उसकी सेना धीरे-धीरे कीव की ओर बढती जा रही है, इस बीच अमेरिका और ब्रिटेन ने रुस के तेल तथा गैस आयात पर प्रतिबंध लगा दिये हैं, लेकिन रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी दी है, कि ऐसा होने से वो अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की सप्लाई रोक देंगे, इसके साथ ही उन्होने ये भी कहा कि यूरोप को उसकी जरुरत की गैस सप्लाई भी बंद कर दी जाएगी।

रुस के इस कदम से क्या होगा असर
इस महायुद्ध से रुस की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ रहा है, इसके सबूत भी मिलने लगे हैं, अगर रसिया कच्चे तेल की सप्लाई रोकता है, petrol (2) तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे की कीमतें 300 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच जाएगी, जो पहले से ऐतिहासिक स्तर पर है। रुस और यूक्रेन की वजह से कच्चे तेल की कीमतें 139 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई है, जो 2008 के बाद से सबसे ज्यादा है।

क्रूड ऑयल की कीमतों में अप्रत्याशित उछाल
रुसी डिप्टी पीएम अलेक्जेंडर नोवाक ने एक बयान में कहा, ये बिल्कुल स्पष्ट है कि रुसी तेल की अस्वीकृति से वैश्विक बाजार के लिये विनाशकारी परिणाम होंगे, कीमतों में हैरान करने वाला उछाल होगा, petrol ये 300 डॉलर प्रति बैरल होगा, नोवाक ने कहा कि रुस से प्राप्त होने वाले तेल की मात्रा को बदलने के लिये यूरोप को एक सल से ज्यादा समय लगेगा, उसे काफी ज्यादा कीमत चुकानी होगी।

भारतीयों की जेब पर पड़ेगा सीधा असर
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें और बढती है, तो इसका सीधा असर भारत तथा पाक के आम लोगों की जेब पर भी पड़ेगा, कच्चे तेल की कीमतें बढने के बाद हो सकता है कि petrol पेट्रोल आने वाले दिनों में 150 रुपये प्रति लीटर के आंकड़े को भी पार कर जाए, हालांकि ये सरकार पर है, कि वो अपनी जेब से कितने पैसे खर्च कर आम लोगों को राहत देती है।

https://youtu.be/kmYU_W66L6k