प्रशांत किशोर का बड़ा बयान, 2024 में बीजेपी को हराना मुमकिन, लेकिन

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प्रशांत किशोर ने कहा बीजेपी ने हिंदुत्व, अतिराष्ट्रवाद और लोककल्याण को मिलाकर एक बहुत ही दुर्जेय कहानी पेश की है, विपक्षी दलों को इनमें से कम से कम दो मुद्दों पर उन्हें पछाड़ना होगा।

New Delhi, Jan 25 : चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने सोमवार को कहा, वो एक विपक्षी मोर्चा बनाने में मदद करना चाहते हैं, जो 2024 में बीजेपी को हरा सके, ये पूरी तरह से संभव था, भले ही अगले महीने के राज्य विधानसभा चुनावों के परिणाम जिसे आम चुनावों के लिये एक तरह के सेमीफाइनल के रुप में देखा जा रहा है वो प्रतिकूल आते हैं, अलग-अलग दलों में थोड़ा सा सामंजस्य तथा एक नई राष्ट्रीय पार्टी के बजाय थोड़ा सा बदलाव पर जोर देते हुए पीके ने कहा, क्या 2024 में बीजेपी को हराना संभव है, इसका जवाब एक जोरदार हां है, लेकिन क्या ये नेताओं और पार्टियों की मौजूदा हालात के साथ संभव है, शायद नहीं।

क्या कहा
पीके ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि यदि आप बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल की करीब 200 लोकसभा सीटों पर नजर डालते हैं,  तो पार्टी की लोकप्रियतै के चरम पर होने के हालात में बीजेपी यहां से 50 सीटें जीतने मं सफल रही है, बाकी बची 350 सीटें जहां बीजेपी किसी के लिये कुछ नहीं छोड़ रही है।

विपक्ष 250 से 260 तक पहुंच सकता है
पीके ने आगे कहा, ये आपको बताता है कि अगर कांग्रेस या टीएमसी या कोई अन्य पार्टी या इन पार्टियों का आपसी तालमेल खुद को फिर से संगठित करता है, और अपने संसाधनों तथा रणनीति को फिर से शुरु करता है, prashant kishor (1) और कहता है कि वो 200 में से करीब 100 सीटें हासिल करते हैं, तो विपक्ष लोकसभा में अपनी वर्तमान संख्या के साथ 250-260 सीटों तक पहुंच सकता है। उन्होने कहा कि इसी तरह से उत्तर और पश्चिम में 100 और सीटेंस जीतकर बीजेपी को हराना संभव है, पीके ने अपने अंतिम लक्ष्य का खुलासा करते हुए कहा कि मैं एक विपक्षी मोर्चा बनाने में मदद करना चाहता हूं, जो 2024 में एक मजबूत लड़ाई दे सके।

विपक्ष को बहुत कुछ करना होगा
प्रशांत किशोर ने कहा बीजेपी ने हिंदुत्व, अतिराष्ट्रवाद और लोककल्याण को मिलाकर एक बहुत ही दुर्जेय कहानी पेश की है, prashant kishor विपक्षी दलों को इनमें से कम से कम दो मुद्दों पर उन्हें पछाड़ना होगा, साथ ही साथ एक तथाकथित महागठबंधन में एकजुट होने के अलावा और भी बहुत कुछ करना होगा। पीके ने कहा बिहार में 2015 के बाद से एक भी महागठबंधन सफल नहीं रहा, केविल पार्टियों और नेताओं का एक साथ आना ही काफी नहीं है, बल्कि बीजेपी को हराने के लिये आपको भावनात्मक और एक सुसंगत संगठन की जरुरत है।