गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमले पर बोले पीएम मोदी, कांग्रेस का यही मूल मंत्र है

पीएम मोदी ने कहा कि हम सुख बांटने वाले हैं, जो समाज बांटने वाले हैं, हमें सुख बांटकर हर किसी की जिंदगी में सुख लाने का प्रयास करना है।

New Delhi, Oct 10 : गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमले और पलायन पर पीएम मोदी ने चुप्पी तोड़ी है, उन्होने आज कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस का मंत्र बांटो और राज करो का है। जबकि बीजेपी सबका साथ सबका विकास के मंत्र पर काम करती है। आपको बता दें कि पीएम मोदी बीजेपी के मेरा बूथ- सबसे मजबूत अभियान के तहत रायपुर, मैसूर, धौलपुर, आगरा और दमोह के बूथ कार्यकर्ताओं को नमो एप्प के जरिये संबोधित कर रहे थे, उन्होने अपने संबोधन में कबा कि कांग्रेस ने आज कर बांटो और राज करो पर अमल किया है, छोटी-छोटी बातों पर लोगों को भड़का कर अपना उल्लू सीधा करने का काम किया है।

हम सुख बांटने वाले हैं – मोदी
पीएम ने कहा कि हम सुख बांटने वाले हैं, जो समाज बांटने वाले हैं, हमें सुख बांटकर हर किसी की जिंदगी में सुख लाने का प्रयास करना है, उनका काम समाज को बांटकर खुद के परिवार का भला करने का है। पीएम ने आरोप लगाते हुए कहा कि 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ऐसी घटनाओं को बढावा दिया जा रहा है। कांग्रेस का काम ही है तोड़ो, बांटो और एक-दूसरे से लड़ाओ।

यूपी-बिहार के लोग छोड़ रहे गुजरात
आपको बता दें कि गुजरात के सांबरकाठा जिले में 14 महीने की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना के बाद उत्तर भारतीयों पर हमले किये जा रहे हैं, उन्हें धमकी दी जा रही है, जिसके बाद यूपी बिहार के लोग पलायन करने को मजबूर है। इसी मसले पर पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में गुजराती नरेन्द्र मोदी बनारस छोड़ो के पोस्टर भी लगवाये गये थे।

महागठबंधन पर हमला
नरेन्द्र मोदी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बसपा प्रमुख मायावती का बिना नाम लिये कहा कि पिछले दिनों गठबंधन की एक नेता का बयान आपने सुना होगा, उन्होने कहा कि केन्द्र में मजबूत नहीं बल्कि मजबूर सरकार की जरुरत है, आप खुद भी समझ सकते हैं, कि आखिर ये मजबूत नहीं मजबूर सरकार की अपेक्षा क्यों रखते हैं।

मायावती ने क्या कहा था ?
आपको बता दें कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने जुलाई में कहा था, बीएसपी के जन्मदाता और संस्थापक कांशीराम की ये राजनीतिक आवाज आज सटीक बैठती है, कि वर्तमान हालात में मजबूत नहीं मजबूर सरकार की जरुरत है, यानी केन्द्र में गठबंधन के भरोसे चलने वाली सरकार होनी चाहिये, ताकि उन पर देशहित में काम करने की तलवार लटकी रहे, सरकार तानाशाही की रवैया ना अपना सके, जैसा आजकल बीजेपी दिखा रही है।