RSS के बाद अब हरियाणा सरकार के कार्यक्रम में पहुंचे प्रणब मुखर्जी, खट्टर के साथ किया मंच साझा

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपने कार्यकाल के दौरान गुरुग्राम के गांव हरचंदपुर को गोद लिया था, उनके गोद लेने के बाद इस गांव में कई चीजें बदली, अब इस गांव में कई सुविधाएं हो गई है।

New Delhi, Sep 02 : पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने रविवार को हरियाणा के गुरुग्राम में बीजेपी के एक कार्यक्रम में शामिल हुए, इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति के साथ हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर और केन्द्रीय मंत्री राव इंद्रजीत भी मौजूद थे, पूर्व राष्ट्रपति और हरियाणा के मुख्यमंत्री ने हरचंदपुर और नयागांव में स्मार्ट ग्राम परियोजना के अंतर्गत कई प्रोजेक्टों का उद्घाटन भी किया ।

पूर्व राष्ट्रपति ने गोद लिया था गांव
आपको बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपने कार्यकाल के दौरान गुरुग्राम के गांव हरचंदपुर को गोद लिया था, उनके गोद लेने के बाद इस गांव में कई चीजें बदली, अब इस गांव में कई सुविधाएं हो गई है। अब गांव को आदर्श बनाने की कोशिश की जा रही है। मालूम हो कि इस ग्राम सचिवालय में वाई-फाई से डिजिटल स्क्रीन तक की सुविधा उपलब्ध होगी।

आरएसएस के साथ मिलकर काम करेंगे
मालूम हो कि इससे पहले ऐसी खबरें आ रही थी कि हरियाणा में प्रणब मुखर्जी फाउंडेशन RSS के साथ मिलकर काम करेगा, हालांकि इन खबरों के बाद पूर्व राष्ट्रपति के ऑफिस ने बकायदा इस पर अपना बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि हम स्पष्ट रुप से ये कहना चाहते हैं, कि जो खबरें फैलाई जा रही है, वो बिल्कुल अफवाह है, हम ऐसे किसी भी चीज पर काम नहीं कर रहे हैं।

आरएसएस के मंच पर जा चुके हैं
पिछले चार महीनों में ये दूसरा मौका है, जब पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी बीजेपी या उससे जुड़े किसी संगठन के कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे हों, इससे पहले इसी साल जून महीने में उन्होने RSS मुख्यालय के एक कार्यक्रम में शिरकत की थी। आपको बता दें कि RSS कार्यक्रम में उन्हें बतौर मुख्य अतिथि निमंत्रण दिया गया था , जिसमें उन्होने अपने संबोधन में राष्ट्र, राष्ट्रवाद और देशभक्ति पर अपने विचार रखे थे।

RSS के मंच पर जाने पर विवाद
पूर्व राष्ट्रपति के RSS के कार्यक्रम में शिरकत करने को लेकर काफी विवाद हुआ था, कई कांग्रेसी नेताओं ने इस पर आपत्ति जाहिर की थी। प्रणब मुखर्जी की बेटी कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा था कि लोग भाषण भूल जाएंगे, लेकिन तस्वीरें हमेश रहेगी, इसलिये उन्हें अपने फैसले पर विचार करना चाहिये, हालांकि तमाम विरोध के बावजूद पूर्व राष्ट्रपति RSS के मंच पर पहुंचे थे।