विवेक केस – प्रशांत की पत्नी को SSP ऑफिस में हंगामा करने की मिली ये ‘सजा’, पति का कर रही है बचाव

विवेक तिवारी हत्याकांड के मुख्य आरोपी कांस्टेबल प्रशांत चौधरी की पत्नी राखी मलिक गोमती नगर थाने में तैनात थी। अब उनका ट्रांसफर लखनऊ से दूर बलिया जिले में कर दिया गया है।

New Delhi, Oct 03 : बहुचर्चित विवेक तिवारी केस लगातार सुर्खियों में बना हुआ है, मुख्य आरोपी प्रशांत चौधरी जेल में बंद है, तो अब पुलिस प्रशासन ने उनकी पत्नी राखी मलिक के खिलाफ एक सख्त फैसला लिया है। राजधानी लखनऊ के गोमती नगर थाने में तैनात प्रशांत चौधरी की पत्नी को लखनऊ से करीब 450 किमी दूर बलिया जिले में ट्रांसफर कर दिया गया है। ऐसा इसलिये किया गया है, क्योंकि राखी मलिक लगातार अपने पति के खिलाफ हो रही कार्रवाई का विरोध कर रही थी।

एसएसपी ऑफिस में किया था हंगामा
विवेक तिवारी हत्याकांड के मुख्य आरोपी कांस्टेबल प्रशांत चौधरी की पत्नी राखी मलिक गोमती नगर थाने में तैनात थी। अब उनका ट्रांसफर लखनऊ से दूर बलिया जिले में कर दिया गया है। मंगलवार को राखी मलिक ने एसएसपी ऑफिस में जमकर हंगामा काटा था, साथ ही मीडियाकर्मियों से भी उनकी नोंक-झोंक हुई थी। बाद में महिला पुलिसकर्मियों ने राखी को पकड़ा और गोमती नगर थाने लेकर आई।

एफआईआर दर्ज करने को लेकर हंगामा
एक तरफ राखी मलिक एसएसपी ऑफिस में हंगामा करने गई थी, जहां से पुलिसकर्मियों ने उन्हें बेरंग लौटा दिया, इसके बाद प्रशांत की मां और दूसरे परिवार वाले गोमती नगर थाने पहुंच गये। जहां एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। आपको बता दें कि मुख्य आरोपी प्रशांत चौधरी और उनकी पत्नी दोनों पश्चिमी यूपी के बुलंद शहर के रहने वाले हैं, साल 2015 में दोनों की भर्ती हुई थी। पति-पत्नी दोनों गोमती नगर थाने में कांस्टेबल पद पर तैनात थे।

प्रशांत पर लग रहे हैं नये आरोप
मुख्य आरोपी प्रशांत चौधरी की पोल अब धीरे-धीरे खुल रही है, उन पर लोग तरह-तरह के नये आरोप लगा रहे हैं। लखनऊ के एक शिक्षक ने बताया कि प्रशांत चौधरी रात के समय एक गुमटी वाले की मदद से लोगों को लूटने का काम करता था। गुमटी वाला रात के समय प्रशांत को फोन करता और बुलाता, कांस्टेबल वहां लोगों से घूसखोरी करता था, उस टीचर ने बताया कि एक रात मैं और मेरे दोस्त अपनी गाड़ी से उसी रास्ते पर थे, गाड़ी रोककर हमने सिगरेट खरीदी, कुछ देर बाद ही प्रशांत पुलिस की वर्दी में आ पहुंचा, उसने हमसे 10 हजार रुपये की डिमांड की, मैंने पैसे ना होने की बात कह 3 हजार रुपये देकर किसी तरह से पीछा छुड़ाया।

इलाके में करता था वसूली
प्रशांत चौधरी के बारे में कहा जा रहा है कि वो रेहड़ी और खोमचों वालों से भी पैसे वसूलते था, अगर कोई कपल उस रास्ते पर कार या फिर कहीं और नजर आ जाता था, तो प्रशांत पहले उनसे बदसलूकी करता था, फिर उनसे पैसे छिन उन्हें भगा देता था। हालांकि कोई पुलिस की वर्दी की वजह से उनके खिलाफ आवाज नहीं उठाता था।