राहुल द्रविड़ ने कोच शास्त्री और विराट की टीम को लेकर दिया बड़ा बयान, ये है वजह

राहुल द्रविड़ ने कहा कि कौन सर्वश्रेष्ठ है और कौन नहीं, ये मेरे लिये मायने नहीं रखता, मैं इस तरह से नहीं सोचता, क्योंकि सारी चीजों को बढा-चढाकर पेश किया गया है।

New Delhi, Sep 22 : टीम इंडिया के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ ने मुख्य कोच रवि शास्त्री के इंग्लैंड दौरे पर सर्वश्रेष्ठ टीम संबंधी बयान पर कहा कि उनके लिये ये मायने नहीं रखता है कि कौन सर्वश्रेष्ठ है, और कौन नहीं, क्योंकि फिलहाल ज्यादा महत्वपूर्ण ये है कि टीम में उससे क्या सीख ली और आगे कैसे बढना है। आपको बता दें कि हाल ही में इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया को 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-4 से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन कोच ने ये कहकर नई बहस छेड़ दी, कि विराट की अगुवाई वाली पिछले पिछले 15-20 सालों में सर्वश्रेष्ठ टीम है, जिसके बाद गावस्कर समेत कई पूर्व क्रिकेटरों ने उनके बयान की आलोचना की।

द्रविड़ ने क्या कहा ?
टीम इंडिया ने इंग्लैंड में आखिरी टेस्ट सीरीज साल 2007 में जीती थी, तब राहुल द्रविड़ टीम के कप्तान थे, उनका मानना है कि रवि शास्त्री के बयान को बढा-चढा कर पेश किया गया है। पूर्व कप्तान ने कहा कि मुझे लगता है कि इस पूरी बात को बढा-चढा कर पेश किया गया, शास्त्री क्या सोचते हैं और क्या नहीं, इस पर टिप्पणी करने में मेरी दिलचस्पी नहीं है, महत्वपूर्ण ये है कि हमने इन चीजों से क्या सीख ली है। अगली बार जब हम इंग्लैंड का दौरा करेंगे, तो हमें क्या करना चाहिये।

सबक क्या सीखा ?
अपने दौर के दिग्गज बल्लेबाजों में गिने जाने वाले राहुल द्रविड़ ने कहा कि कौन सर्वश्रेष्ठ है और कौन नहीं, ये मेरे लिये मायने नहीं रखता, मैं इस तरह से नहीं सोचता, क्योंकि सारी चीजों को बढा-चढाकर पेश किया गया है। मेरे लिये महत्वपूर्ण ये है कि हमने इस सबसे सबक कितना लिया है, अगली बार जब हम इंग्लैंड दौरे पर जाएंगे, तो क्या इससे बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।

गेंदबाजी आक्रमण अच्छा
टीम इंडिया के पूर्व मिस्टर भरोसेमंद ने स्वीकार किया कि मौजूदा टीम की गेंदबाजी आक्रमण काफी अच्छी है, लेकिन मौकों का फायदा ये टीम नहीं उठा पाई, जिसकी वजह से उन्हें हार का सामना करना पड़ा। राहुल ने कहा कि हमें तीन या चार साल में एक बार इंग्लैंड का दौरा करने का मौका मिलता है, लेकिन हार मिलने से खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ को निराशा होती है, क्योंकि कोई नहीं जानता कि अगले चार सालों में क्या होगा। इस बार वास्तव में विराट की टीम अच्छी थी, हमारा गेंदबाजी आक्रमण बेजोड़ था।

टीम को एहसास होगा
इंडिया ए के कोच ने कहा कि मुझे लगता है कि टीम को भी इस बात का एहसास होगा, कि उनके पास मौके थे, लेकिन उन्होने गंवा दिये। निश्चित तौर पर इस सीरीज के कुछ सकारात्मक पहलू भी रहे, हमारी गेंदबाजी और फिल्डिंग शानदार रहा, विशेषकर कैचिंग में हमने बहुत अच्छी की। लेकिन जैसे मैंने पहले कहा कि हमारे पास मौके थे, लेकिन उसका फायदा नहीं उठा पाए, हमें चार साल में एक बार इंग्लैंड का दौरा करने का मौका मिलता है, इस लिहाज से ये निराशाजनक है।