महाशिवरात्रि से ठीक पहले चमत्कार, यहां शिवलिंग का आकार लगातार बढ़ रहा है !

हिमाचल के कुल्लू में सोलंग के पास अंजनी महादेव नाम का मंदिर है। महाशिवरात्रि से पहले इस प्रकृति के चमत्कार को देखने के लिए हजारों श्रद्धालु आ रहे हैं।

New Delhi, Feb 12: कहते हैं भारत में आपको कदम कदम पर कुछ ऐसी अद्भुत चीजें दिखाई देंगी, जिनपर पहली बार में भरोसा करना काफी मु्श्किल होता है। लेकिन 21 वीं सदी में भी अगर ऐसे चमत्कार लोगों की आँखों के सामने हों, तो इसे क्या कहेंगे ? खास तौर पर महाशिवरात्रि नजदीक है और ऐसे वक्त में शिवलिंग का आकार लगातार बढ़ने से हर कोई हैरान है।

सोलंग में मौजूद अंजनी महादेव
हम बात कर रहे हैं हिमाचल के कुल्लू में मौजूद अंजनी महादेव के शिवलिंग की, जो लगातार आकार में बढ़ता जा रहा है। आपको बता दें कि हिमाचल के कुल्लू के पर्यटक संथल सोलंग के पास अंजनी महादेव का मंदिर है। आजकल तापमान यहां शून्य से नीचे चला गया है। इसके बाद भी लोग हर हर महादेव करे जयकारों के साथ इस मंदिर में भोले बाबा के दर्शन कर रहे हैं।

नियमित रूप से गिरता है झरना
बताया जाता है कि इस मंदिर में नियमित रूप से प्राकृतिक झरना गिरता है। ये झरना शिवलिंग के ठीक ऊपर गिरता है। आजकर सोलंग में तापमान माइनस से भी नीचे गया हुआ है। ऐसे में पानी शिवलिंग पर गिरते ही बर्फ में तब्दील हो जाता है। इस वजह से शिवलिंग के आकार में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। सोलंग पहुंचने वाले लोग इस मंदिर के दर्शन करना नहीं भूलते।

विदेशों से आ रहे हैं पर्यटक
आपको बता दें कि सोलंग की ख्याति देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी है। सर्दियों में यहां लाखों पर्यटकों की भीड़ पहुंच जाती है और बर्फबारी का आनंद लेती है। इस बीच लोग इस शिवलिंग के दर्शन करना नहीं भूलते।अंजनी महादेव में तापमान शून्य से नीचे होते ही शिवलिंग के आकार में तेजी से बढ़ोतरी होना शुरू हो गई है। ये आकार लगातार बढ़ता जा रहा है।

बहुत पहले बनना शुरू हुआ था आकार
हालांकि शिवलिंग का आकार पहले से ही बनना शुरू हो गया था। अब इसके आकार में तेजी से बढ़ेतरी हो रही है। शिवलिंग पर नियमित रूप से प्राकृतिक झरना गिर रहा है, जो गिरते ही बर्फ बनकर शिवलिंग का रूप धारण कर रहा है। बताया जा रहा है कि यहां पारा जितना माइनस में जाएगा तो शिवलिंग का आकार उतनी ही तेजी से बढ़ता जाएगा।

ये किसी चमत्कार से कम नहीं
खास बात ये है कि यहां अधिकांश पर्यटक घोड़े में बैठकर मंदिर के दर्शनों के लिए जा रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों का कारोबार भी चल पड़ा है। मंदिर में रहने वाले बाबा रवि पुरी का कहना है कि यहां शिवलिंग का आकार आकर्षक हो गया है और भक्तों का सैलाब उमडऩे लगा है। अंजनी महादेव का मंदिर मनाली से 12 किलोमीटर दूर है।

2600 मीटर ऊंचाई पर है शिवलिंग
समुद्र तल से 2600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस मंदिर तक पहुंचने के लिए ट्रैकिंग में एक घंटे से ज्यादा वक्त लगता है। मान्यता है कि यहां माता अंजनी ने पुत्र प्राप्ति के लिए तपस्या की थी और उनकी तपस्या से खुश होकर भगवान शिव प्रकट हुए थे। तभी से लेकर यहां पर ये बर्फ का शिवलिंग बनता है। अब महाशिवरात्रि से पहले ये चमत्कार देखने के लिए यहां लोग उमड़ रहे हैं।