बगावत के मूड में शिवपाल, बीजेपी के सहयोगी दल से मुलाकात के बाद किया मोर्चे का ऐलान

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि शिवपाल यादव ने लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरु कर दी है। वो इस मोर्चे से अखिलेश यादव पर दबाव बनाना चाहते हैं।

New Delhi, Aug 29 : समाजवादी पार्टी में उपेक्षित महसूस कर रहे शिवपाल यादव ने बुधवार को समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के गठन का ऐलान कर दिया है। मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई ने कहा कि इस सेक्युलर मोर्चे के तहत समाजवादी पार्टी में उपेक्षित नेताओं और दूसरे छोटे दलों को जोड़ने का काम किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होने ये भी साफ कहा कि वो फिलहाल समाजवादी पार्टी नहीं छोड़ रहे हैं।

सपा के उपेक्षितों के लिये मंच
पूर्व मंत्री ने कहा कि मैंने समाजवादी सेक्युलर मोर्चे का गठन किया है, इस मोर्चे में उन लोगों को शामिल किया जाएगा, जिन्हें लगता है कि सपा में उन्हें सम्मान नहीं मिल रहा है, या उन्हें जितनी जिम्मेदारी मिलनी चाहिये थी, उतनी नहीं मिल पा रही है, हम उन्हें इस मोर्चे में शामिल होने का न्योता देते हैं, इसके साथ ही शिवपाल यादव ने ये भी कहा कि इस मोर्चे में हम छोटी पार्टियों को भी जोड़ेंगे।

बीजेपी में जाने की अफवाह गलत
एक निजी न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए शिवपाल यादव ने कहा कि बीजेपी में उनके जाने की अफवाह बिल्कुल गलत है, वो समाजवादी पार्टी में नेताजी (मुलायम सिंह यादव) का सम्मान ना होने से आहत हैं, इसी तरह से कई नेता और कार्यकर्ता हैं, जो उनसे शिकायत करते हैं, कि उनकी उपेक्षा हो रही है, शिवपाल यादव ने कहा कि उन्हें भी किसी मीटिंग में नहीं बुलाया जाता, इस मोर्चे के सहारे वो उपेक्षित नेताओं और कार्यकर्ताओं को जोड़ेंगे, समाजवादी सेक्युलर मोर्चा यूपी में नया सियासी विकल्प होगा।

मुलायम सिंह यादव से मुलाकात
आपको बता दें कि इससे पहले सोमवार और बुधवार को शिवपाल यादव ने अपने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव से लोहिया ट्रस्ट में मुलाकात की थी, दोनों भाइयों के बीच समाजवादी सेक्युलर मोर्चे के गठन और उसे मजबूत करने के लेकर बातचीत हुई। इसके बाद बीजेपी की सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने भी मंगलवार को शिवपाल यादव से मुलाकात की थी, इस मुलाकात के बाद शिवपाल यादव ने कहा था कि यूपी की सभी छोटी पार्टियों को इस मोर्चे से जोड़ने की कोशिश की जा रही है।

अखिलेश यादव पर दबाव बनाने की कोशिश
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि शिवपाल यादव ने लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरु कर दी है। वो इस मोर्चे से अखिलेश यादव पर दबाव बनाना चाहते हैं, अगर अब उनकी उपेक्षा की गई, तो इस मोर्चे के तहत लोकसभा चुनाव में ताल ठोंक सकते हैं, इसके साथ ही अगर यूपी में महागठबंधन हुआ, तो सपा के कई उम्मीदवारों के टिकट कटेंगे, जिसकी वजह से अखिलेश यादव से नेताओं की नाराजगी बढेगी, शिवपाल उन्हें भी अपने पाले में लाने के लिये तैयार बैठे हैं, कहा जा रहा है कि मुलायम सिंह यादव भी इसी मोर्चे में रहेंगे।