आर-पार के मूड में चाचा शिवपाल यादव, रचा ऐसा चक्रव्यूह, अखिलेश यादव खुद नहीं पहुंच पाएंगे संसद

शिवपाल यादव की सक्रियता देख अब समाजवादी पार्टी में भी हलचल तेज हो गई है। मैनपुरी सांसद तेज प्रताप यादव ने कहा कि उनके अलग पार्टी बना लेने से सपा को नुकसान होगा।

New Delhi, Oct 11 : समाजवादी पार्टी छोड़कर अलग पार्टी बनाने वाले शिवपाल यादव बिल्कुल आर-पार के मूड में हैं, वो अपने भतीजे अखिलेश यादव को जरा भी छूट देने के लिये तैयार नहीं है। लोकसभा चुनाव में एक तरफ तो पूर्व मंत्री ने अपने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव के खिलाफ कोई भी प्रत्याशी ना उतारने और उन्हें समर्थन देने का ऐलान किया है, लेकिन अखिलेश के खिलाफ मुस्लिम प्रत्याशी उतारने की बात कह उन्होने सपा नेताओं के दिलों की धड़कन बढा दी है।

कन्नौज से चुनाव लड़ेंगे अखिलेश यादव
आपको बता दें कि अखिलेश यादव कह चुके हैं, कि वो कन्नौज सीट से चुनाव लड़ेंगे, अभी फिलहाल इस सीट से उनकी पत्नी डिंपल यादव सांसद हैं, हालांकि परिवारवाद पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा था कि उन्होने तय किया है कि अब उनकी पत्नी डिंपल यादव चुनाव नहीं लड़ेगी, सीएम बनने से पहले अखिलेश यादव इसी सीट से सांसद थे। अब शिवपाल यादव ने कहा है कि कन्नौज से उनकी पार्टी मुस्लिम प्रत्याशी उतारेगी।

ताबड़तोड़ दौरे कर रहे हैं शिवपाल यादव
सपा छोड़ने के बाद से शिवपाल यादव प्रदेश के ताबड़तोड़ दौरे कर रहे है, वो जिला कन्नौज में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर ठठिया के विशिष्ट मंडी कट पर पहुंचे थे, जहां ग्रामीणों ने उनका स्वागत किया। इस दौरान पूर्व मंत्री ने अपने पार्टी के पदाधिकारियों को पार्टी का झंडा दिया और लोकसभा चुनाव में घर-घर जाकर प्रचार करने को कहा। शिवपाल यादव ने कहा कि सेकुलर मोर्चा सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी और कन्नौज से मुस्लिम प्रत्याशी होगा।

अखिलेश के लिये जीत आसान नहीं
आपको बता दें कि 2014 लोकसभा चुनाव में सपा सिर्फ 5 सीटें जीत पाई थी, जिसमें से दो जगह से मुलायम सिंह यादव जीते थे। हालांकि इस बार परिस्थितियां अलग है। सपा का मूल वोट बैंक यादव-मुस्लिम माना जाता है। अगर शिवपाल यादव मुस्लिम प्रत्याशी को उतारते हैं, तो निश्चित रुप से अखिलेश यादव के वोट बैंक में सेंधमारी होगी, इसके साथ ही कन्नौज में शिवपाल यादव का भी प्रभाव है। ऐसे में भले सेकुलर मोर्चा के उम्मीदवार चुनाव ना जीत पाएं, लेकिन वोट काटकर अखिलेश की हार सुनिश्चित कर सकते हैं। इसमें बीजेपी को फायदा हो सकता है, हालांकि ये महज सियासी आंकलन है, फैसला तो वहां के वोटर करेंगे।

शिवपाल पर हमले तेज
पूर्व सपा नेता की सक्रियता देख अब समाजवादी पार्टी में भी हलचल तेज हो गई है। मैनपुरी सांसद तेज प्रताप यादव ने कहा कि उनके अलग पार्टी बना लेने से सपा को नुकसान होगा, भले लालू के दामाद को शिवपाल खतरा नजर आ रहे हों, लेकिन सपा की ओर इससे कुछ अलग है, तभी तो कभी शिवपाल यादव के आगे जिन प्रवक्ताओं की आवाज नहीं निकलती थी, वो अब उन पर हमले कर रहे हैं। पूर्व राज्यमंत्री पवन पांडेये ने शिवपाल को बीजेपी का एजेंट कहा है, हालांकि सेकुलर मोर्चा के प्रवक्ताओं ने इसका जवाब देते हुए कहा कि भतीजे अखिलेश के इशारे पर शिवपाल यादव पर हमले हो रहे हैं।