शिवपाल यादव ने सीएम योगी के करीबी विधायक से की मुलाकात, पार्टी ज्वाइन करने की चर्चा

जेल में रहकर भी पूर्वांचल के बाहुबलि और नौतनवां से कई बार एमएलए और मंत्री रहे अमर मणि त्रिपाठी का इलाके में दबदबा है, फिलहाल उनके बेटे विधायक हैं, और सीएम योगी के करीबी बताये जाते हैं।

New Delhi, Oct 10 : समाजवादी पार्टी से अलग होकर नया मोर्चा बनाने वाले शिवपाल यादव तेजी से उसे विस्तार देने में जुटे हुए हैं। यूपी की राजनीति को करीब से देखने वालों का कहना है कि यूपी के दो-चार जिलों में शिवपाल सपा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। हालांकि अब वो नई रणनीति के तहत पूर्वांचल में पांव पसारने की कोशिश कर रहे हैं। गोरखपुर में 6 अक्टूबर को शिवपाल यादव की जनसभा सपा के लिये चौंकानें वाली रही।

अमन मणि त्रिपाठी से मुलाकात
इसके साथ ही नौतनवां विधानसभा से निर्दलीय विधायक अमन मणि त्रिपाठी से उनकी मुलाकात भी नई चर्चा को जन्म दे दिया। सवाल ये उठ रहा है कि क्या अमन मणि भी शिवपाल यादव के साथ उनके मोर्चे में शामिल होंगे। आपको बता दें कि बाहुबलि अमर मणि त्रिपाठी के बेटे अमन मणि सीएम योगी के करीबी बताये जाते हैं, इसी वजह से इस चर्चा को बल मिल रहा है।

निर्दलीय जीतते रहे हैं चुनाव
जेल में रहकर भी पूर्वांचल के बाहुबलि और नौतनवां से कई बार एमएलए और मंत्री रहे अमर मणि त्रिपाठी का इलाके में दबदबा है, फिलहाल उनके बेटे विधायक हैं, और सीएम योगी के करीबी बताये जाते हैं। हालांकि ये तो सब को पता है कि निर्दलीय के रुप में राजनीति में लंबी पारी खेलना मुश्किल होता है। इसलिये अमन मणि भी इस फिराक में हैं, कि उन्हें किसी पार्टी का सपोर्ट मिल जाए। वो शामिल तो बीजेपी में होना चाहते थे, लेकिन बीजेपी उनके लिये दरवाजा ही नहीं खोल रही, तो वो शिवपाल के सेकुलर मोर्चे में शामिल हो सकते हैं।

महाराजगंज से लड़ सकते हैं चुनाव
शिवपाल यादव और अमन मणि की मुलाकात ने कई चर्चा को जन्म दे दिया है। आपको बता दें कि अमर मणि त्रिपाठी जब सपा में थे, तो पूर्व मंत्री के करीबी माने जाते थे। अब जब शिवपाल यादव ने अलग पार्टी की घोषणा कर दी है, तो उन्हें भी इस इलाके में पार्टी का झंडा उठाने वाला चाहिये। साथ ही अमर मणि परिवार का इलाके में दबदबा है, उनका जनाधार है, ऐसे में शिवपाल यादव लोकसभा चुनाव में महाराजगंज सीट से अमन मणि या उनके परिवार के किसी सदस्य को चुनाव लड़ने के लिये कह सकते है।

मुलाकात के निकल रहे हैं मायने
शिवपाल यादव आने वाले दिनों में महाराजगंज की जिम्मेदारी अमन मणि त्रिपाठी को सौंप सकते हैं, हालांकि सूत्रों का दावा है कि अमन चाहते हैं कि वो योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में राजनीति करें, इसी वजह से कुछ भी खुलकर बोलने से परहेज कर रहे हैं। मुलाकात के बाद भी दोनों इस मसले पर चुप रहे। अमन मणि ने शिवपाल यादव के प्रपोजल पर सोच कर विचार करने की बात कही है। अगर बीजेपी की ओर से हरी झंडी दिख गई, तो फिर वो सेकुलर मोर्चे की ओर नहीं जाएंगे, अगर उधर दरवाजा बंद मिला, तो फिर शिवपाल यादव के साथ हो भी सकते हैं।