शाम में शिवपाल की इस नेता से हुई मुलाकात, अगले दिन मोर्चे का ऐलान, अमर कनेक्शन से ‘बागी’ हुए चाचा

पूर्व मंत्री शिवपाल यादव पिछले डेढ साल से हाशिये पर पड़े थे, हालांकि पिछले कुछ दिनों से वो खुलकर बोल रहे हैं।

New Delhi, Aug 29 : समाजवादी पार्टी में उपेक्षित महसूस कर रहे शिवपाल यादव ने आज समाजवादी सेक्युलर मोर्चे का ऐलान कर दिया, उन्होने कहा कि सपा में जिन नेताओं या कार्यकर्ताओं की उपेक्षा या अनदेखी हो रही है, वो इस मोर्चे में शामिल हो जाएं। मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई ने मंगलवार शाम को यूपी सरकार में मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष से मुलाकात की थी, अब इस मुलाकात को अमर सिंह से जोड़ कर देखा जा रहा है, हालांकि शिवपाल यादव और ओम प्रकाश राजभर ने इस मुलाकात को औपचारिक बताया था।

शिवपाल के लिये बीजेपी से बात
आपको बता दें कि अमर सिंह ने एक टीवी चैनल को दिये इंटरव्यू में खुलकर कहा कि शिवपाल यादव के लिये उन्होने बीजेपी टॉप लीडरशिप से बात की थी, जब कुछ फाइनल हो गया, उसके बाद आखिरी मौके पर शिवपाल ने मन बदल लिया। अब वो नई पार्टी बनाकर अपने कार्यकर्ताओं को इक्ट्ठा करना चाहते हैं, दरअसल शिवपाल यादव अपने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव की वजह से दुविधा में पड़ जाते हैं, क्योंकि वो उन्हें ऐसा करने से बार-बार रोक लेते हैं।

अमर सिंह को टिकट किया था ऑफर
मालूम हो कि बीजेपी की सहयोगी पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ने कुछ दिन पहले अमर सिंह को टिकट ऑफर किया था, उन्होने कहा कि अमर सिंह का हमारी पार्टी में स्वागत है, अगर गठबंधन में आजमगढ सीट हमारे हिस्से में आएगी, तो हम उन्हें ये सीट ऑफर करते हैं। राजभर के इस बयान के बाद शिवपाल यादव से मुलाकात को अब जोड़कर देखा जा रहा है, कहा जा रहा है कि अमर सिंह की मध्यस्थता के बाद ही दोनों ने मुलाकात की है। आज शिवपाल यादव ने मोर्चे के ऐलान के बाद कहा कि इसमें सपा के उपेक्षित नेताओं के अलावा यूपी की छोटी पार्टियों को भी जोड़ा जाएगा।

हाशिये पर पड़े थे शिवपाल यादव
पूर्व मंत्री Shivpal Yadav पिछले डेढ साल से हाशिये पर पड़े थे, हालांकि पिछले कुछ दिनों से वो खुलकर बोल रहे हैं, सपा के सूत्रों का दावा है कि अमर सिंह के उकसाने की वजह से अब फिर से शिवपाल यादव अपने भतीजे के खिलाफ बगावती मूड में हैं, दो दिन पहले उन्होने बयान दिया था कि पिछले डेढ साल से उपेक्षित महसूस कर रहा हूं, पार्टी से जिम्मेदारी मिलने का इंतजार कर रहा हूं, इसके साथ ही शिवपाल ने ये भी कहा था कि उनसे जुड़े कई कार्यकर्ता उन पर दबाव बना रहे हैं, कि नई पार्टी बनाया जाए, क्योंकि सपा में उनकी अनदेखी हो रही है।

सपा को तोड़ने का प्लान
मोर्चे के ऐलान के साथ ही राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि Shivpal Yadav ने लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरु कर दी है। अखिलेश यादव पर दबाव बनाने और उनकी रणनीति को कमजोर करने के लिये नये मोर्चे का ऐलान किया गया है। अगर यूपी में महागठबंधन होता है, तो कई सपा उम्मीदवारों के टिकट कटेंगे, जिन्हें Shivpal Yadav इस मोर्चे से टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारेंगे, वो उम्मीदवार महागठबंधन का वोट काटेंगे, जिसका फायदा बीजेपी को मिलेगा।