शिवपाल यादव ने कार से हटाया सपा का झंडा, अमर सिंह और जया प्रदा अपने फैसले से चौंका सकते हैं

शिवपाल यादव जैसे-जैसे अपनी नई पार्टी को मजबूत करने के लिये कदम उठा रहे हैं, उन्हें मनाने की कोशिशें तेज हो गई है।

New Delhi, Sep 07 : यूपी के पूर्व मंत्री शिवपाल यादव बुधवार दोपहर जब विक्रमादित्य मार्ग स्थित अपने आवास से सैफई के लिये रवाना हुए, तो उनकी कार पर समाजवादी पार्टी का झंडा नहीं था, कहा जा रहा है कि जल्द ही समाजवादी सेक्युलर मोर्चे के झंडा तय हो जाएगा, जिसके बाद पूर्व मंत्री उसे अपनी कार पर जगह देंगे। इतना ही नहीं शिवपाल यादव ने अपने ट्विटर हैंडल से अपना परिचय बदलने के साथ ही समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव को अनफॉलो कर दिया है।

सपा को संदेश देने की कोशिश
शिवपाल यादव ने अपने इन सारे कदमों से समाजवादी पार्टी को संदेश देने की कोशिश की है, कि अब वो आर-पार के मूड में है, वो समाजवादी सेक्युलर मोर्चे को आगे बढाना चाहते हैं, हालांकि मुलायम सिंह यादव और परिवार तथा पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता मान-मौनव्वल में लगे हुए हैं, कोशिश की जा रही है कि उन्हें मना लिया जाए। कहा जा रहा है कि जल्द ही मुलायम परिवार के पारिवारिक बैठक में इस बात पर चर्चा हो सकती है, जिसमें अखिलेश यादव को भी बुलाया जा सकता है, सुलह कराने के लिये आजम खां और संजय सेठ भी उनसे मुलाकात कर सकते हैं।

यूपी के ताबड़तोड़ दौरे
पूर्व मंत्री ने 29 अगस्त को समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बनाने की घोषणा की थी, इसके बाद वो ताबड़तोड़ यूपी के जिलों के दौरे पर कर रहे हैं, दो दिन बाद उन्होने ऐलान कर दिया, कि उनकी पार्टी प्रदेश की छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन कर सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। शिवपाल यादव के करीबियों का दावा है कि अगले महीने इसे और बड़ा रुप दिया जाएगा, अगर दो-चार दिनों के भीतर मुलायम परिवार का मामला नहीं सुलझा, तो शिवपाल के लिये वापस लौटना मुश्किल होगा, क्योंकि उनके कहने पर सपा से कई कार्यकर्ता इस्तीफा देकर इस पार्टी से जुड़ सकते हैं।

अमर सिंह-जया प्रदा अगले महीने जुड़ेंगे
शिवपाल के एक करीबी का दावा है कि अगले महीने अक्टूबर में अमर सिंह और जया प्रदा इस पार्टी से जुड़ेंगे। पूर्व सांसद और बॉलीवुड एक्ट्रेस जया रामपुर से उम्मीदवार हो सकती है, तो अमर सिंह इस पार्टी की रणनीति की जिम्मेदारी संभालेंगे। यूपी के इटावा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, कन्नौज इलाकों में शिवपाल यादव की अच्छी पकड़ है, अगर वो अलग पार्टी बनाकर चुनावी मैदान में उतरे तो निश्चित रुप से महागठबंधन को नुकसान पहुंचाएंगे।

मान-मनौव्वल का दौर शुरु
शिवपाल यादव जैसे-जैसे अपनी नई पार्टी को मजबूत करने के लिये कदम उठा रहे हैं, उन्हें मनाने की कोशिशें तेज हो गई है, जन्माष्टमी के दिन पूर्व मंत्री इटावा गये थे, लेकिन तुरंत मुलायम सिंह यादव का मैसेज मिला, जिसके बाद वो लखनऊ लौट गये। नेताजी से मुलाकात के बाद वो बुधवार दोपहर फिर सैफई के लिये निकल गये। शिवपाल समर्थक खुलकर बोल रहे हैं, कि समाजवादी पार्टी में सम्मान के सारे रास्ते बंद हो जाने के बाद ही नई पार्टी बनाई गई है, अब वो पीछे नहीं हटेंगे, हालांकि सपा के एक खेमे का कहना है कि घर की बात है, नेताजी उन्हें मना लेंगे, जल्द ही मामला सुलझा लिया जाएगा।