‘फरमाइशी इंटरव्यू’ की सुधीर चौधरी ने खोल दी पोल, बताई परदे के पीछे की पूरी ‘डील’

RHea Sudhir

सुधीर चौधरी ने अपने शो डीएनए में रिया के इंटरव्यू को फरमाइशी इंटरव्यू बताते हुए कहा कि रिया के वकील ने हमें भी इस इंटरव्यू का ऑफर दिया था।

New Delhi, Aug 29 : एक्टर सुशांत सिंह राजपूत केस में सीबीआई जांच के बीच रिया चक्रवर्ती ने न्यूज चैनल आजतक को इंटरव्यू दिया है, कुछ लोग इस इंटरव्यू पर सवाल ख़ड़े कर रहे हैं, सोशल मीडिया पर फैंस जमकर रिया के इंटरव्यू की आलोचना करने के साथ ही उसे स्किप्टेड बता रहे हैं, अब जी न्यूज के संपादक सुधीर चौधरी ने भी इस पर चुप्पी तोड़ी है, उन्होने इस इंटरव्यू के खिलाफ गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें भी रिया के इंटरव्यू के लिये ऑफर मिला था, लेकिन कुछ शर्ते रखी गई थी।

फरमाइशी इंटरव्यू
सुधीर चौधरी ने अपने शो डीएनए में रिया के इंटरव्यू को फरमाइशी इंटरव्यू बताते हुए कहा कि रिया के वकील ने हमें भी इस इंटरव्यू का ऑफर दिया था, वो चाहते थे कि हमारे चैनल पर भी एक्ट्रेस का इंटरव्यू हो जाए, लेकिन उनकी शर्त थी कि हमें उनके पक्ष में भी खबरें दिखानी होगी, और उनके प्रति वफादारी साबित करने के साथ ही उनका साथ देना होगा, ऐसी कोई भी शर्त पत्रकारिता के आदर्शौं के खिलाफ होती है, जिसकी वजह से हमने ये ऑफर ठुकरा दिया और ये इंटरव्यू नहीं किया।

पीआर या वकील तय करते हैं
सुधीर चौधरी ने आगे कहा कि ऐसे इंटरव्यू आरोपी की पीआर एजेंसी या फिर उनके वकील द्वारा तय करवाये जाते हैं, इस फरमाइशी इंटरव्यू की पटकथा पहले से ही लिखी जा चुकी होती है, ऐसे चैनल को ये इंटरव्यू दिये जाते हैं, जहां इंटरव्यू देने वाले व्यक्ति को उसकी पूरी टीम को ये लगे कि इस चैनल पर जाना हमारे लिये सुरक्षित होगा, रिया ने जो इंटरव्यू दिया है, वह सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा नापसंद किया जाने वाला इंटरव्यू बन गया है।

फरमाइशी इंटरव्यू का नया दौर
जी न्यूज संपादक ने कहा कि अब फरमाइशी इंटरव्यू का नया दौर आ गया है, जहां दोनों तरफ से एक्टिंग होती है, अब पत्रकारिता कम हो गई है और एक्टिंग ज्यादा हो गई है, इंटरव्यू देने वाला मासूमियत का अभिनय करता है, जैसे कि उसे कुछ पता ही नहीं और वो बेकसूर है, इंटरव्यू लेने वाला व्यक्ति सख्त सवाल पूछने की एक्टिंग करता है, इसलिये दोनों तरफ से एक्टिंग आना बेहद जरुरी है, इन इंटरव्यू का मकसद होता है कि जनता की राय अपने पक्ष में कर लेना, ज्यादातर ऐसे इंटरव्यू किसी ना किसी केस में फंसे आरोपी ही देते हैं, जहां इंटरव्यू लेने वाले शख्स का मतलब सिर्फ फायदे से होता है।