कभी भी छिड़ सकता है युद्ध! यूक्रेन बॉर्डर पर रूस की मिसाइलें और तोपें तैनात, अमेरिका ने चेताया

यूक्रेन में तनाव टलता नजर नहीं आ रहा है । रूस ने तो युद्ध की पूरी तैयारी कर ली है, मिसइले तोप लेकर रूस के लाख से भी ज्‍यादा सैनिक बस आदेश का इंतजार कर रहे हैं ।

New Delhi, Feb 15: यूक्रेन में तनाव को टालने की तमाम कोशिशें की जा रही हैं, लेकिन रूस पीछे हटता नहीं दिख रहा । रूस की ओर से यूक्रेन सीमा पर लगातार सैनिकों की संख्‍या बबढ़ती जा रही है । बताया जा रहा है अब करीब 1 लाख 30 हजार के लगभग सैनिक यूक्रेन को तीन ओर से घेरे हुए हैं । इसके साथ ही पनडुब्बी, मिसाइल, होवित्जर तोपों, टैंक जैसे घातक हथियारों की तैनाती में भी इजाफा किया जा रहा है। रूस ने ब्लैक सी में पनडुब्बियों की तैनाती कर दी है तो वहीं मैदानी सीमा पर अन्य हथियार बढ़ा दिए हैं। अब युद्ध की आशंका तेज हो गई है ।

अमेरिका ने अपने नागरिकों को दी हिदायत
वहीं यूक्रेन का साथ दे रहे अमेरिका ने अपने नागरिकों को यूक्रेन से निकलने की हिदायत दी है । अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है, ‘ऐसा लगता है कि पहले से कहीं ज्यादा रूस ने अब मिलिट्री ऐक्शन की तैयारी कर ली है।’ अमेरिका ने यह भी कहा है कि हमारे अनुमान के मुताबिक रूस का यूक्रेन पर अटैक कभी भी हो सकता है।

अमेरिका का रक्षा मंत्रालय हुआ एक्टिव
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी रक्षा मंत्रालय भी एक्टिव नजर आ रहा है। रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन जल्दी ही यूरोप की यात्रा पर निकलने वाले हैं । वह नाटो मुख्यालय जाएंगे और पोलैंड में तैनात अमेरिकी सैनिकों से मुलाकात भी करेंगे । इस दौरान वह लिथुआनिया, लाटविया और एस्टोनिया के डिफेंस मिनिस्टरों से मुलाकात करेंगे। अमेरिका का कहना है कि ये बाल्टिक देश भी रूस के आक्रामक रुख से चिंतित हैं। अमेरिका को डर है कि अब रूस बिना बताए कभी भी हमला कर सता है । पेंटागन के प्रवक्ता लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि हम अब भी यह नहीं कह सकते हैं कि इस संबंध में कोई आखिरी फैसला हो गया है।

बिना किसी ऐलान के हो सकता है अटैक
ऑस्टिन ने आगे कहा कि यूक्रेन में मिलिट्री ऐक्शन की शुरुआत कभी भी हो सकती है। उन्होंने आगे कहा कि यह भी संभव है कि रूस बिना किसी ऐलान के ही यूक्रेन पर अटैक शुरू कर दे । इस बीच अमेरिका समेत कई देशों ने अपने दूतावासों के गैर-जरूरी स्टाफ को निकालना शुरू कर दिया है। अमेरिका ने भी अपने नागरिकों से निकलने की अपील कर दी है । वहीं डच एयरवेज केएलएम समेत कई एयरलाइन कंपनियों ने यूक्रेन के एयरस्पेस का इस्तेमाल करना भी बंद कर दिया है।

युद्ध टालने की कोशिशें जारी
हालांकि इस संकट के बीच जर्मनी और ब्रिटेन जैसे देश हैं जो युद्ध को टालने के प्रयासों में जुटे हैं। ब्रिटेन ने रूस से अपील की है कि वह अपने सैनिकों को पीछे कर ले। इसके साथ ही जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज भी रूस और यूक्रेन की यात्रा पर हैं । फ्रांस समेत कई यूरोपीय देशों ने रूस को युद्ध को लेकर चेतावनी भी दी है। फ्रांस ने दो टूक कहा है कि यदि रूस यूक्रेन पर अटैक करता है तो फिर उसे प्रतिबंधों के लिए तैयार रहना होगा । इन सब खबरों से लग वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 1 लाख सैनिकों के सीमा पर जमावड़े की बात से इनकार किया है। जबकि सीमा पर डेढ लाख के करीब सैनिकों की तैनाती की खबर सामने आ रही है ।