संपत्ति में उछाल के मामले में अकेले राकेश कुमार ही नहीं हैं, इन्हीं के हमनाम छर्रा से सपा विधायक की संपत्ति 5 साल में 2632 फीसदी बढ गई।
New Delhi, Feb 04 : नेताओं के घर में लगता है जैसे पैसों के पेड़ लगे हैं, अगर ऐसा नहीं होता, तो सिर्फ 4 साल में करीब 6 लाख की संपत्ति बढकर 7 करोड़ से ज्यादा नहीं होती, वहीं सरकारी आंकड़ों के अनुसार 2012-12 में यूपी में प्रति व्यक्ति आय 33,137 रुपये थी, जो 2016-17 में बढकर 43,861 रुपये हो गई, यानी 5 साल में आम आदमी की आय करीब 32 फीसदी बढी, 2017 यूपी विधानसभा चुनाव में कुल 80 फीसदी विधायक करोड़पति थे।
4 साल में इतनी बढ गई संपत्ति
एडीआर की वेबसाइट माय नेता डॉट कॉम के आंकड़ों के मुताबिक 2012 में चुनाव जीत चुके उम्मीदवारों की संपत्ति 2017 आते-आते 2632 फीसदी तक बढ गई, इसमें विश्वनाथगंज से अपना दल विधायक राकेश कुमार की संपत्ति सिर्फ 4 साल में 12083 फीसदी बढ गई, उन्होने 2013 में उपचुनाव जीता था, उस समय उन्होने अपनी संपत्ति 5.97 लाख रुपये दिखाई थी, एक बार फिर राकेश 2017 में चुनावी मैदान में उतरे, इस बार संपत्ति 7.27 करोड़ रुपये घोषित की।
छर्रा से विधायक
संपत्ति में उछाल के मामले में अकेले राकेश कुमार ही नहीं हैं, इन्हीं के हमनाम छर्रा से सपा विधायक की संपत्ति 5 साल में 2632 फीसदी बढ गई, 2012 में चुनाव में इनकी संपत्ति 4.79 लाख थी, जो 2017 तक आते-आते 1.31 करोड़ से अधिक हो गई, सबसे ज्यादा संपत्ति अर्जित करने के मामले में सुल्तानपुर के इसौली विधानसभा सीट से सपा विधायक अबरार अहमद भी हैं, 2012 में वो इसौली से विधायक रहे, तब उनकी संपत्ति 2.90 लाख रुपये थी, 2017 में उन्होने अपनी संपत्ति 70.97 लाख रुपये घोषित की, यानी कुल 2348 फीसदी का इजाफा।
इनकी संपत्ति घटी
ऐसा नहीं है, कि सभी विधायकों की संपत्ति बढी ही है, कुछ ऐसे भी हैं, जिनकी संपत्ति 5 साल में घटकर एक चौथाई से भी कम रह गई, इस सूची में सबसे ऊपर नाम है संत कबीर नगर से 2012 में विधायक रहे पीस पार्टी के डॉ. अयूब का, उन्हें 2017 में हार का मुंह देखना पड़ा, 2012 से 2017 के बीच उनकी संपत्ति 82 फीसदी घटकर 18.65 करोड़ से घटकर 3.45 करोड़ रह गई। इस सूची में 2012 में बिजनौर के नजीबाबाद के विधायक रहे तसलीम अहबाद का भी है, जिन्होने 2017 का चुनाव इसी सीट से सपा के टिकट पर जीता था, 2017 से 2017 के बीच उनकी संपत्ति 65 फीसदी घटकर 3.26 करोड़ से घटकर 1.14 करोड़ पर आ गई।