विवेक केस- एक्शन में सीएम योगी आदित्यनाथ, 4 दिन के भीतर नौकरी और मुआवजे का चेक दिया

सीएम योगी ने विवेक तिवारी की पत्नी से मुलाकात कर उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिया, मंगलवार को पीड़ित परिवार को चेक के रुप में मुआवजा राशि भी सौंप दिया गया है।

New Delhi, Oct 03 : लखनऊ में हुए बहुचर्चित एप्पल के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी हत्याकांड में योगी सरकार एक्शन में दिख रही है। सीएम योगी ने विवेक तिवारी की पत्नी से मुलाकात कर उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिया, मंगलवार को पीड़ित परिवार को चेक के रुप में मुआवजा राशि भी सौंप दिया गया है। तहसीलदार (सदर) शंभु और एडीएम टीजी अनिल कुमार पीड़ित के घर पहुंचे और उन्हें 40 लाख रुपये का चेक परिवार वालों को दिया।

25 लाख पत्नी और 5-5 लाख दोनों बेटी को
यूपी सरकार की ओर से मृतक विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी को 25 लाख रुपये बतौर मुआवजा दिया गया, इसके साथ ही दोनों बेटियों के नाम से भी पांच-पांच लाख रुपये का चेक दिया गया। तहसीलदार शंभु ने एक निजी न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि यूपी सरकार की ओर से विवेक तिवारी के परिवार को मुआवजे के तौर पर चेक दे दिया गया है।

नगर निगम में ओएसडी पद ऑफर
इससे पहले सोमवार को कल्पना तिवारी को लखनऊ नगर निगम में ओएसडी पद पर नौकरी का ऑफर दिया गया। नगर निगम के कमिश्नर ने बताया कि कल्पना पोस्ट ग्रेजुएट हैं, उनके सभी जरुरी सर्टिफिकेट्स और डॉक्युमेंट्स ले लिये गये हैं। तमाम तरह की औपचारिकता पूरी कर ली गई है। उन्हें जल्द ही नगर निगम के किसी एक विभाग में तैनात कर दिया जाएगा।

कल्पना तिवारी ने क्या कहा ?
मृतक विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी ने सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद कहा था कि मेरे पति मुझ पर कई जिम्मेदारी छोड़ गये हैं, जिन्हें अब मुझे अकेले ही पूरा करना होगा। मैंने सीएम से नौकरी, आवास और बच्चों की पढाई के लिये निवेदन किया था, सीएम ने मुझे आश्वासन दिया है, इसके साथ ही कल्पना ने ये भी कहा था कि सीएम योगी से मिलने के बाद मेरा हौसला और सरकार पर विश्वास बढा है।

शुक्रवार रात यूपी पुलिस कांस्टेबल ने मारी थी गोली
आपको बता दें शुक्रवार रात को एप्पल के सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी को यूपी पुलिस के कांस्टेबल ने गोली मार दी थी। इस हत्या में पुलिस-प्रशासन की भूमिका सवालों के घेरे में है। घटना के बाद प्रदेश में सियासत ने जोर पकड़ लिया था। प्रदेश की कई प्रमुख पार्टियों ने इस घटना की निंदा, तो कई नेता पीड़ित परिवार से मिलने के लिये उनके घर भी पहुंचे, कुछ ने फोन के जरिये कल्पना तिवारी और उनके परिजनों से बात कर सांत्वना दिया।