युवराज ने कहा कि मैं पंत और विजय शंकर के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन दोनों ने सिर्फ 5 वनडे खेले थे, मेरे कहने का मतलब ये है कि इतने कम अनुभव वाले खिलाड़ी से आप कैसे बड़े मैचों में जीत की उम्मीद रखते हैं।
New Delhi, Dec 18 : टीम इंडिया के पूर्व स्टार बल्लेबाज युवराज सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं, युवी ने आईसीसी विश्वकप में सेमीफाइनल में मिली हार के लिये टीम प्रबंधन को जिम्मेदार बताया है, पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि इस 50 ओवरों के टूर्नामेंट के लिये उनकी योजना पूरी तरह से गलत थी, इस विश्वकप में उन्होने अंबाती रायडू को टीम से बाहर कर दिया, विजय शंकर को ले गये, जब वो चोटिल हुए तो फिर पंत को चुना गया।
इनके खिलाफ नहीं
युवी ने कहा कि मैं पंत और विजय शंकर के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन दोनों ने सिर्फ 5 वनडे खेले थे, मेरे कहने का मतलब ये है कि इतने कम अनुभव वाले खिलाड़ी से आप कैसे बड़े मैचों में जीत की उम्मीद रखते हैं, मेरी नाराजगी उन चीजों से है, जो थिंक टैंक ने की, दिनेश कार्तिक टूर्नामेंट में बेंच पर ही बैठे रहे, लेकिन अचानक उन्हें सेमीफाइनल में उतारा गया, धोनी जैसे खिलाड़ी को नंबर सात पर बल्लेबाजी के लिये भेजा गया।
अव्यवस्था की स्थिति
स्टार क्रिकेटर ने कहा कि ये अव्यवस्था की स्थिति थी, बड़े मैचों में आप ऐसा नहीं कर सकते, टूर्नामेंट में आपके चौथे नंबर के बल्लेबाज का हाइस्ट स्कोर 48 रन था, इसलिये पूरी योजना ही खराब थी, क्योंकि वो मानकर चल रहे थे, कि विराट और रोहित अच्छी फॉर्म में हैं, लेकिन टीमें ऐसे जीत नहीं दर्ज करती, रायडू के साथ जो कुछ हुआ, उससे मैं काफी निराश था, वो एक साल से ज्यादा समय से नंबर चार पर खेल रहा था, यहां तक कि न्यूजीलैंड के आखिरी मैच में भी उसने 90 रन बनाये और मैन ऑफ द मैच बनें।
चार महीने पहले तैयार
युवराज ने कहा कि मुझे लगता है कि टीम इंडिया को टी-20 विश्वकप से 4 महीने पहले ही टीम तैयार कर लेना चाहिये, मेरा मतलब है कि आपको पता होना चाहिये कि टीम के साथ कौन से 16 या 14 खिलाड़ी जाएंगे, हमें विश्वकप से पहले तैयार रहना चाहिये। तो हरभजन सिंह ने कहा कि टीम पहले से ही संयोजित होनी चाहिये, खिलाड़ियों को उनके रोल के बारे में पता होना चाहिये, ऐसा नहीं होना चाहिये कि किसी भी खिलाड़ी के मन में टीम में जगह को लेकर आशंका हो।