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एक देश ऐसा भी, जहां नौकरी करने पर मिनिमम सैलरी मिलती है 15 लाख रुपये

दुनिया में कुछ ऐसे भी देश हैं, जहां नौकरी करने वाले वर्कर्स की हालत अच्छी है, उन्हें अच्छी-खासी सैलरी दी जाती है।

New Delhi, May 02 : बात चाहे किसी भी देश की हो, काम करने वाले वर्कर्स की स्थिति हमेशा चिंता का विषय रही है। ज्यादातर देशों में वर्कर्स की शिकायत ये होती है कि उनसे जितना काम लिया जाता है, बदले में उन्हें उतना पारिश्रमिक नहीं दिया जाता है, लेकिन दुनिया में कुछ ऐसे भी देश हैं, जहां नौकरी करने वाले वर्कर्स की हालत अच्छी है, उन्हें अच्छी-खासी सैलरी दी जाती है। आइये आपको बताते कि किस देश में लेबर को सबसे ज्यादा सैलरी दी जाती है।

लग्जमबर्ग
इस सूची में सबसे टॉप पर लग्जमबर्ग का नाम आता है, इस देश में वर्कर्स को मिनिमम सलाना 15 लाख 19 हजार रुपये सैलरी मिलती है, इतना ही नहीं एक काम करने वाले से सप्ताह में 40 घंटे से ज्यादा काम नहीं ले सकते। यहां की सरकार ने लेबरों के लिये ये नियम बनाया है, उस देश में वर्कर्स की स्थिति काफी अच्छी है। पूरी दुनिया में लग्जमबर्ग ही ऐसा देश है, जहां मिनिमम सैलरी सबसे ज्यादा है, यहां काम करने वाले लीगल वर्कर्स को एक घंटे काम के बदले करीब 730 रुपये मिलते हैं।

नीदरलैंड
नीदरलैंड की गिनती भी वर्कर्स का ख्याल रखने वाले देशों में की जाती है, यहां पर मिनिमम सैलरी 14 लाख 77 हजार सालाना है। इस देश में एक वर्कर से सप्ताह में 48 घंटे तक काम लिया जा सकता है। सबसे ज्यादा सैलरी देने के मामले में नीदरलैंड दूसरे नंबर पर है।

ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया सरकार द्वारा तय किये मिनिमम सैलरी 14 लाख 61 हजार रुपये सलाना है। आपको बता दें कि लीगल वर्कर्स से सप्ताह में 38 घंटे से ज्यादा काम नहीं लिया जा सकता है। इस देश में भी काम करने वाले वर्कर्स की स्थिति अच्छी है, यहां के लोग सरकार द्वारा तय किये गये मापदंडों से खुश हैं।

बेल्जियम
इस सूची में चौथे नंबर पर बेल्जियम है, इस देश में मिनिमम सैलरी 14 लाख 8 हजार रुपये है। लीगल वर्कर्स से इस देश में सप्ताह में 40 घंटे तक काम ले सकते हैं। आपको बता दें कि बेल्जियम की गिनती छोटे लेकिन समृद्धि की ओर बढते देशों में की जाती है, इसी वजह से ये देश अपने वर्कर्स को खुश रखने के लिये उन्हें मोटी सैलरी देता है।

जर्मनी
जर्मनी की गिनती समृद्ध और धनी देशों में की जाती है, इस देश में वर्कर्स को मिनिमम सैलरी के रुप में 13 लाख 87 हजार रुपये मिलते हैं, इसके साथ ही सप्ताह में 48 घंटे से ज्यादा काम नहीं लिया जा सकता है। जर्मनी पिछले कुछ सालों में टेक्नोलॉजी के मामले में तेजी से आगे आया है।

फ्रांस
फ्रांस में वर्कर्स को मिनिमम सैलरी के रुप में 13 लाख 58 हजार रुपये मिलते हैं, सप्ताह में वर्करों से 35 घंटे से ज्यादा काम नहीं लिया जा सकता है। सबसे ज्यादा सैलरी देने के मामले में फ्रांस छठें नंबर पर आता है, इसके साथ ही नौकरी करने वालों को और भी कई सुख-सुविधाएं दी जाती है।

(ये सभी आंकड़े ऑर्गेनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक्स को-ऑपरेशन एंड डेवलपमेंट की 2016 की रिपोर्ट के अनुसार हैं।)
IBNNews Network

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