New Delhi, Oct 27 : यमराज से अपने पति को जीतकर लाने वाली सावित्री अब कहां, ये सवाल अकसर जहन में उठता है कि क्या बदलते रिश्तों की इस दुनिया में कोई सच्चा रिश्ता बचा है । पूरी दुनिया का तो पता नहीं लेकिन हमारे देश में रिश्तों की अब भी बहुत वैल्यू है । आज भी कई पति-पत्नी ऐसे हैं जो एक दूसरे पर जान छिड़कते हैं । आज जानिए एक ऐसी महिला की कहानी जिसने 8 महीने की गर्भवती होते हुए भी अपने पति की जान बचाने में दिन रात एक कर दिया ।
भोजावास की महिला बनी मिसाल
कलियुग की ये सावित्री जोधपुर के भोजावास की 24 साल की इंद्रा है । घटना 4 सितंबर की है । जब इंद्रा अपने पति नरसीराम और बच्चों के
लोगों ने की मदद
8 महीने की गर्भवती इंद्रा ने जैसे तैसे पति को उठाया । वो ये नहीं जानती थी कि उसकी गर्दन टूट गई थी । इंद्रा की मदद को वहां मौजूद अन्य
6 दिन तक पति के इलाज को घूमती रही इंद्रा
6 दिनों में 5 अस्पतालों में घूम चुकी इंद्रा को अपने पति का इलाज कहीं नहीं मिल रहा था । जैसे तैसे वो 10 सितंबर को एमडीएम अस्पताल
डॉक्टर्स ने किया इलाज
यहां ऑर्थोपेडिक विभाग के डॉ. महेंद्र टाक ने नरसीराम का फिर से सर्वाइकल स्पाइन का एक्सरे करवाया । नतीजा एकदम पुराने एक्सरे जैसा
12 अक्टूबर को सर्जरी, बच्चे का भी हुआ जन्म
डॉक्टरों ने एक मीना लिया, नरसीराम का ऑप्रेशन 12 अक्टूबर को तय हुआ । लेकिन ठीक सर्जरी वाले दिन ही इंद्रा को भी दर्द शुरू हो गए ।
कैसर कॉरपोरेशन लिमिटेड के शेयर प्राइस पैटर्न के अनुसार अगर किसी निवेशक के इस शेयर…
दूसरे कार्यकाल में यूपी पुलिस ने माफिया को चिन्हित करने की संख्या भी बढा दी,…
प्रदीप गवांडे राजस्थान पुरातत्व विभाग में डायरेक्टर हैं, वहीं टीना डाबी राजस्थान सरकार में संयुक्त…
आय के नए रास्ते खुल रहे हैं, अवसर का लाभ उठाएं ।मित्रों और सगे- सम्बंधियों…
इस तस्वीर में त्रिधा चौधरी ब्रालेस तो है, ही साथ ही बोल्ड कपड़े पहने नजर…
अंशुला के इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि वो अपनी वन पीस ड्रेस…