New Delhi, Dec 02 : हिन्दू धर्म में मनुस्मृति ग्रंथ का विशेष महत्व है, आपको बता दें कि इस ग्रंथ की रचना महाराज मनु ने महर्षि भृंग के साथ मिलकर की थी, मनुस्मृति में हमारे जीवन से आधारित कई समस्याओं के बारे में बताया गया है, इस ग्रंथ में इंसान के जीवन की खुशी और संस्कारवान बनाने के लिये कई सूत्र भी बताये गये हैं। इसमें महिलाओं के बारे में भी विस्तार से बताया गया है, इसके अनुसार महिला का कैसा रहन-सहन हो, कौन सा काम उन्हें नहीं करना चाहिये, आइये आपको बताते हैं।
श्लोक
पानं दुर्जनसंसर्गः पत्या च विरहोटनम्
स्वप्नोन्यगेहेवासश्च नारीणां दूषणानि षट्।
इस श्लोक का मतलब
इस श्लोक का मतलब है कि महिलाओं को सुरापान यानी शराब का सेवन, दुष्ट इंसानों की संगत, पति से अलग रहना,
सुरापान
मनुस्मृति के अनुसार महिलाओं को शराब के सेवन से बचना चाहिये, क्योंकि इसे पीने के बाद अच्छे-बुरे का कुछ पता नहीं रहता,
दुष्ट इंसान की संगत
स्त्रियों को कभी भी दुष्ट इंसानों की संगत नहीं करनी चाहिये, मनुस्मृति में कहा गया है कि ऐसे लोगों का संगत आपके कल के लिये काल बन सकता है,
पति से अलग रहना
शास्त्रों में कहा गया है कि स्त्रियों को कभी भी अपने पति से अलग नहीं रहना चाहिये, अगर पति किसी संकट में भी घिरा हो,
बेवजह इधर-उधर घूमना
शास्त्रों में कहा गया है कि जो महिलाएं बिना काम के ही इधऱ-उधर घूमती रहती है, वो पूरी तरह से स्वच्छंद हो जाती है,
देर तक सोना
मनुस्मृति के अनुसार महिलाओं को असमय और देर तक सोना परिवार में क्लेश लेकर आता है, ऐसी स्त्रियां परिवार की जिम्मेदारी नहीं संभाल पाती हैं,
दूसरे के घर पर रहना
शास्त्रों के मुताबिक कहा गया है कि किसी भी स्त्री को अगर दूसरे घर जाना है, तो वो उनके पति का घर होता है, अगर पति के घर पर किसी तरह की कोई परेशानी भी हो,
कैसर कॉरपोरेशन लिमिटेड के शेयर प्राइस पैटर्न के अनुसार अगर किसी निवेशक के इस शेयर…
दूसरे कार्यकाल में यूपी पुलिस ने माफिया को चिन्हित करने की संख्या भी बढा दी,…
प्रदीप गवांडे राजस्थान पुरातत्व विभाग में डायरेक्टर हैं, वहीं टीना डाबी राजस्थान सरकार में संयुक्त…
आय के नए रास्ते खुल रहे हैं, अवसर का लाभ उठाएं ।मित्रों और सगे- सम्बंधियों…
इस तस्वीर में त्रिधा चौधरी ब्रालेस तो है, ही साथ ही बोल्ड कपड़े पहने नजर…
अंशुला के इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि वो अपनी वन पीस ड्रेस…