अंतिम संस्कार

‘जब अटल जी को पुत्री नमिता मुखाग्नि दे रही थी, तब आसमान की आंखें भी जैसे छलछला आईं’

पैंतीस वर्ष के पत्रकारिता जीवन में मैंने किसी भी राजनेता के लिए भावनाओं का ऐसा सैलाब उमड़ते हुए नहीं देखा…

6 years ago