New Delhi, Aug 08 : 5 बार तमिलनाडु के सीएम रहे एम करुणानिधि का मंगलवार शाम चेन्नई में निधन हो गया, वो ऐसे राजनेता थे, जो 80 साल के अपने राजनीतिक करियर में कभी भी चुनाव नहीं हारे। करुणानिधि के बारे में कहा जाता है कि उन्होने 14 साल की उम्र में राजनीति में कदम रखा था, वो उस दौर में राजनीति में सक्रिय हो गये थे, जब पेरियार द्रविड़ आंदोलन के पुरोधा थे, वो हिंदी विरोधी आंदोलन के जरिये चर्चा में आए थे।
तीन शादियां
करुणानिधि का जन्म 3 जून 1924 को तिरुवरुर जिले के तिरुकुवालाई गांव में हुआ था, उन्होने तीन शादियां की, पहली पत्नी का नाम पद्मावती,
हिंदी विरोधी आंदोलन से शुरुआत
जस्टिस पार्टी के अलागिरी स्वामी के भाषण से प्रभावित होकर करुणानिधि ने राजनीतिक जीवन में कदम रखा, तब उनकी उम्र महज 14 साल थी,
1956 में लड़ा पहली बार चुनाव
पेरियार से मतभेद के बाद साल 1949 में सीएन अन्नादुरई ने द्रविड़ मुनेत्र कषकम (द्रमुक) नाम की पार्टी का गठन किया, जिससे करुणानिधि भी शामिल हो गये,
द्रमुक ने अलग गणतंत्र का नारा दिया
अगले चुनावों के मद्देनजर द्रमुख ने दिसंबर 1961 में अपने कोयंबटूर सम्मेलन में ये घोषणा की, कि वो तमिलनाडु, केरल,
कैसर कॉरपोरेशन लिमिटेड के शेयर प्राइस पैटर्न के अनुसार अगर किसी निवेशक के इस शेयर…
दूसरे कार्यकाल में यूपी पुलिस ने माफिया को चिन्हित करने की संख्या भी बढा दी,…
प्रदीप गवांडे राजस्थान पुरातत्व विभाग में डायरेक्टर हैं, वहीं टीना डाबी राजस्थान सरकार में संयुक्त…
आय के नए रास्ते खुल रहे हैं, अवसर का लाभ उठाएं ।मित्रों और सगे- सम्बंधियों…
इस तस्वीर में त्रिधा चौधरी ब्रालेस तो है, ही साथ ही बोल्ड कपड़े पहने नजर…
अंशुला के इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि वो अपनी वन पीस ड्रेस…