क्‍या झूठा था ‘कश्‍मीर फाइल्‍स’ में खून से सने चावल खाने वाला सीन? मृत बीके गंजू के भाई ने बताया

फिल्‍म कश्‍मीर फाइल्‍स के कुछ सीन्‍स को लेकर जबरदस्‍त चर्चा है, उनमें से एक है खून से सने चावल खाना । क्‍या है इस सीन का सच, पीडि़त परिवार को ओर से पहली बार बयान आया है ।

New Delhi, Mar 30: फिल्‍म डायरेक्‍टर विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स के एक सीन में दिखाया गया है कि कैसे आतंकवादी एक कश्मीरी पंडित की हत्या करने के बाद उनके खून से सने चावल उसकी विधवा बीवी को खिलाते हैं । फिल्‍म रिलीज होने के बाद कहा जा रहा है कि यह सीन बीके गंजू की हत्या से प्रेरित होकर फिल्‍म में लिया गया है । इस सीन को लेकर पूरा सच मृत बीके गंजू के भाई ने बताया है ।

बीके गंजू की कर दी गई थी हत्‍या
आपको बता दें साल 1990 में कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार और उसके बाद उनके कश्मीर घाटी से पलायन पर बनी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर लोगों का अलग-अलग रिस्‍पॉन्‍स है । फिल्म देखकर दर्शक काफी इमोशनल भी हो गए हैं। वैसे तो ये पूरी फिल्‍म दिल दहलाने वाली हे लेकिन कुछ सीन्‍स सांस रोक देने वाले हैं । फिल्‍म के एक सी में दिखाया गया है जिसमें आतंकवादी एक कश्मीरी पंडित की नृशंस हत्या के बाद उनके खून से सने चावल उनकी विधवा पत्नी को खाने पर मजबूर करते हैं। क्‍या ये सीन असली है, इस बारे में बात की उन्‍हीं बी के गंजू के भाई ने जिन्‍हे चावल के ड्रू में आतंकियों ने भून दिया था ।

एमटीएनएल में इंजिनियर थे बीके गंजू
फिल्म में दिखाया गया यह सीन कश्मीर में इंजिनियर रहे बाल कृष्ण गंजू से प्ररित है । बीके गंजू के भाई शिबन कृष्ण गंजू ने ‘दैनिक भास्कर’ से खास बात करते हुए बताया, उन्‍होंने ने कहा कि 32 साल पहले जब यह घटना हुई थी तब बीके गंजू लगभग 35 साल के थे। वह कश्मीर में एमटीएनएल में काम करते थे और इलेक्ट्रॉनिक इंजिनियर थे। गंजू बताते हैं कि आज भी जब वह आखें बंद करते हैं तो उनकी आंखों के सामने कश्मीर का 32 साल पुराना खूनी मंजर सामने आ जाता है।

पड़ोसियों ने दिया धोखा
शिबन ने बताया कि हत्या वाले दिन उनके भाई दफ्तर जाने के लिए तैयार हो रहे थे, कि तभी 4 लोग घर में जबरन दाखिल हो गए। जब उन्हें मेरे भाई नहीं मिले तो पड़ोसियों ने आतंकवादियों को बताया कि वो ऊपर की मंजिल में चावल के ड्रम में छिपे हुए हैं । आतंकवादियों ने उनके सीने में 8 गोलियां दाग दीं। शिबन ने आगे बताया कि हत्या करने के बाद जब आतंकवादी नीचे आए तो बीके गंजू की पत्नी और बच्ची थे लेकिन आतंकवादियों ने उन्हें यह कहते हुए छोड़ दिया कि कोई रोने के लिए भी होना चाहिए। खून से सने चावल खिलाए जाने के बारे में शिबन कहते हैं कि ये उन्‍हें पता नहीं है । उनकी भाभी ने उन्‍हें ऐसा कुछ भी नहीं बताया ।

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