‘पत्रकारों के बीच बढ़ती कटुता से इंडस्ट्री को और नुकसान पहुंचेगा’

चाहे वामपंथी पत्रकार हों या दक्षिणपंथी पत्रकार, कांग्रेसी पत्रकार हों या गैर-कांग्रेसी पत्रकार- ज़्यादातर वे समझौते करते हैं इस पेशे में व्याप्त अनिश्चितता और असुरक्षा…

नाबालिग मीडिया – देश की कीमत पर आजादी किसी को भी नहीं होनी चाहिए

एक बात याद रखिये बीबीसी तक देश की कीमत पर पत्रकारिता नही करती है ,आप तो अभी भी नाबालिग मीडिया ही है। New Delhi, Sep…

मीडिया समझे, कि मोदीजी एक दिन रिटायर हो जाएंगे लेकिन यह देश कभी रिटायर नहीं होगा

मैं हमेशा से मानता आया हूं कि मीडिया के मौजूदा स्वरूप के लिए सिर्फ पत्रकारों को दोष देना ठीक नहीं है। संपादक नाम की स्वतंत्र…

आप किस पार्टी के पत्रकार हैं जी? इस सवाल ने आज देश के पूरे मीडिया को जकड़ रखा है

भारतीय पत्रकारिता हर दौर में सियासत का एक हिस्सा रही है। इसलिए पुरानी पीढ़ी के लोग नई पीढ़ी को कोसने के बजाए उन्हे सही राह…

2014 के जनादेश ने कैसे बदल दिया मीडिया को- पुण्य प्रसून्न बाजपेयी

खुद प्रधानमंत्री मोदी के चार बरस में कभी प्रेस कान्फ्रेंस नहीं की । पर जो आठ इंटरव्यू दिये, वो उन्हीं न्यूज चैनल या अखबारों को…

आज प्रभाष जी होते तो सरकार और विपक्ष दोनों को मालूम पड़ जाता कि पत्रकारिता क्या होती है !

आज अगर प्रभाष जी होते तो सरकार और विपक्ष दोनों के झूठ की ईंट से ईंट बजा देते। उनका अपना कोई एजेंडा नही था। जो…

अब मीडिया सरकार के कामकाज पर नजर नहीं रखता बल्कि सरकार मीडिया पर नजर रखती है- P P Bajpai

मॉनिटरिंग करने वालों को साफ़ निर्देश है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को कौन सा न्यूज़ चैनल कितना दिखाता है। New…

‘एंकरनिया चरित्तर दिखा रही है, एक गाड़ी में तोड़फोड़ की तो आतंकी हो गए?’

इन एंकरनियो की औकात तो राजनैतिक दलों के प्रवक्ता रोज बताते रहते हैं । जब इनकी एक नही सुनकर अपनी ही रौ में चिल्लाने और…

सच के शोरूम के “सबसे महंगे आइटम” पीपी वाजपेयी जी खामोश क्यों हैं?

वैसे तो रोज़ चिल्लाते थे। उठिए! बोलिये! सच सामने लाइये! चुप रहना अन्याय है! अपनी आवाज़ उठाइये! क्रांति कीजिए! क्रांतिकारी होइए! बहुत क्रांतिकारी होइए! अब…
मिस इंडिया सिनी शेट्टी की अल्‍ट्रा ग्‍लैम तस्‍वीरें, एक-एक तस्‍वीर पर अटकेगा दिल ‘शमशेरा’ की ‘सेाना’ का सिजलिंग डीप नेक आउटफिट, वाणी कपूर की अदाओं में खो जाएंगे