New Delhi, Sep 13 : एससी-एसटी एक्ट को लेकर देश में राजनीतिक दल सियासत कर रहे हैं, सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मोदी सरकार ने पलट दिया, जिसके बाद बीते 6 सितंबर को सवर्णों ने जोरदार प्रदर्शन किया, हालांकि प्रदर्शन और भारत बंद का असर एमपी, राजस्थान और बिहार से ज्यादा आई, लेकिन यूपी के बीजेपी सांसद-विधायक भी इससे परेशान दिखे। यूपी के एक सांसद ने पहले तो पार्टी की आधिकारिक लाइन की बात कही, कि सवर्णों में नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है, बीजेपी सबके साथ-सबके विकास में यकीन रखती है।
सरकार ने कोर्ट के फैसले को क्यों बदला ?
हालांकि थोड़ा कुरदने और नाम नहीं छापने की शर्त पर बीजेपी सांसद ने स्वीकारा, कि इस बात को लेकर कई सांसदों और विधायकों के माथे पर सिकन है,
रणनीतिक चूक
बीजेपी में कई ऐसे नेता है, जो कैमरे के सामने तो पार्टी लाइन का खुलकर समर्थन करते हैं, लेकिन कैमरा बंद होते है, अपने दिल की बात बताते हैं,
सवर्ण हमें ही करेंगे समर्थन
हालांकि इन पदाधिकारी का मानना है कि ऊंची जाति के मतदाता शिकायत के बाद भी बड़ी संख्या में हमें ही वोट करेंगे, क्योंकि फिलहाल उनके पास कोई ठोस विकल्प नहीं है,
पहले भी बन चुका है मुद्दा
आपको बता दें कि ऐसा नहीं है कि एससी-एसटी एक्ट चुनावी समर में पहली बार मुद्दा बन रहा है, यूपी विधानसभा चुनावों में भी अखिलेश यादव ने चुनाव प्रचार में इस एक्ट के दुरुपयोग को खत्म करने का आह्वान किया करते थे,
कैसर कॉरपोरेशन लिमिटेड के शेयर प्राइस पैटर्न के अनुसार अगर किसी निवेशक के इस शेयर…
दूसरे कार्यकाल में यूपी पुलिस ने माफिया को चिन्हित करने की संख्या भी बढा दी,…
प्रदीप गवांडे राजस्थान पुरातत्व विभाग में डायरेक्टर हैं, वहीं टीना डाबी राजस्थान सरकार में संयुक्त…
आय के नए रास्ते खुल रहे हैं, अवसर का लाभ उठाएं ।मित्रों और सगे- सम्बंधियों…
इस तस्वीर में त्रिधा चौधरी ब्रालेस तो है, ही साथ ही बोल्ड कपड़े पहने नजर…
अंशुला के इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि वो अपनी वन पीस ड्रेस…