आरोपी बेटे ने पुलिस को बताया कि वो अपनी गर्लफ्रेंड से शादी करना चाहता था, लेकिन उसके मां-बाप उसके खिलाफ थे, इसी वजह से उसने दोनों की हत्या कर दी।
New Delhi, May 25 : दिल्ली के जाकिर नगर इलाके में पिछले महीने हुई दंपत्ति की मौत की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। मामले में दिल्ली पुलिस ने इस दंपत्ति के बेटे अब्दुल रहमान (26 साल) और नांगलोई निवासी नदीम खान (32साल) को गिरफ्तार किया है। आरोपी बेटे ने पुलिस को बताया कि वो अपनी गर्लफ्रेंड से शादी करना चाहता था, लेकिन उसके मां-बाप उसके खिलाफ थे, इसी वजह से उसने दोनों की हत्या कर दी। आपको बता दें कि मामले का खुलासा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से हुआ है।
तीसरे आरोपी की तलाश जारी
इस दोहरे हत्याकांड में तीसरे आरोपी का नाम गुड्डू है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है। केस की जांच करने वाले डीसीपी ने बताया कि पिछले महीने 28 अप्रैल को गली नंबर 7 जाकिर नगर स्थित ए ब्लॉक के एक घर में अधेड़ दंपत्ति की लाश मिली थी, पुलिस को घर में रखे सवा पांच लाख रुपये कैश और ज्वेलरी सही हालत में मिली। मृतक दंपत्ति की पहचान 55 वर्षीय शमीम अहमद और तसलीम बानू (50 साल) के रुप में हुई।
ऐसे की हत्या
आरोपी अब्दुल ने पुलिस को बताया कि 27 अप्रैल की रात 11 बजे उसने फोन कॉल कर अपने दोस्तों को घर बुला लिया। तब अब्दुल के माता-पिता सो रहे थे। तीनों ने मिलकर शमीम अहमद और तसलीम बानू का गला घोंट दिया, जिससे दम घुटने की वजह से उनकी मौत हो गई। इसके बाद आरोपी बेटे ने बाहर से घर का दरवाजा बंद कर दिया, आपको बता दें कि उनका दरवाजा ऑटोमेटिक था, इस वजह से वो अंदर से भी लॉक हो जाता था।
फिर किया ड्रामा
अगले दिन सुबह उसने कुछ देर दरवाजा पीटा, फिर उसने लोगों को एकत्रित कर लिया, कि उसके माता-पिता अंदर से दरवाजा नहीं खोल रहे हैं, ना ही फोन कॉल रिसीव कर रहे हैं। जिसके बाद लोगों ने दरवाजा तोड़ दिया, जब लोग अंदर घुसे तो बिस्तर पर दोनों की लाश पड़ी मिली। जिसके बाद लोगों ने पुलिस को सूचना दी। इस दौरान अब्दुल रहमान रोने का ड्रामा भी करता रहा।
ऐसे हुआ मौत का खुलासा
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद केस की जांच कर रहे थानाध्यक्ष संजीव कुमार और इंस्पेक्टर भारत कुमार ने मामले की जांच नये सिरे से शुरु की, उन्होने उनके पड़ोसियों और रिश्तेदारों से लेकर बेटे तक से बात की, सर्विलांस तक का सहारा लिया गया, चूंकि सीन ऑफ क्राइम से लूट का एंगल सामने नहीं आया था, इसलिये सबसे पहले शक बेटे पर गया, जब पुलिस ने बेटे अब्दुल से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
संपत्ति अपने नाम कराना चाहता था
अब्दुल रहमान के मां-बाप उसे लड़की के चक्कर से दूर रहने की सलाह देते थे, लेकिन अब्दुल इस बात के लिये राजी नहीं था, वो अपनी गर्लफ्रेंड से शादी करना चाहता था, इसी वजह से उसने मां-बाप को ही ठिकाने लगाने की साजिश रची। उसने नदीम और गुड्डू को अपने साथ मिलाया और हत्या में साथ देने के लिये दोनों को ढाई लाख रुपये देने का वायदा किया था।
फेसबुक से हुई थी युवती से दोस्ती
आरोपी ने पुलिस को बताया कि साल 2016 में फेसबुक के जरिये उसकी कानपुर की एक लड़की से दोस्ती हुई थी, जिसके बाद दोनों घंटों चैट करने लगे, जिससे दोनों की नजदीकियां बढने लगी, लेकिन अगले साल ही परिवार वालों ने दूसरी लड़की से शादी करा दी। शादी के बाद भी वो अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने के लिये कानपुर जाता रहता था, आरोपी एनिमेशन में डिप्लोमा कर रखा है, वो कॉल सेंटर में जॉब करता था।