दुल्हन ने ससुराल पहुंचने से पहले ही बच्ची को दिया जन्म, नवदंपत्ति ने पेश की मिसाल

Dulhan

गुरुवार सुबह दुल्हन ने एक प्यारी सी बच्ची को जन्म दिया। किसी भी तरह का विवाद ना हो, इसलिये दूल्हा तुरंत अपनी दुल्हन और बेटी को लेकर वहां से चला गया।

New Delhi, Mar 03 : शादी के बाद विदा हुई 19 वर्षीय दुल्हन ससुराल पहुंचने से पहले ही मां बन गई। दरअसल बुधवार रात जैसे ही राजस्थान का एक परिवार जालंधर से डोली लेकर घर की ओर रवाना हुआ, तो कार में बैठी दुल्हन का लुधियाना-राजपुरा के बीच लेबर पेन शुरु हो गया। जब दर्द बर्दाश्त से बाहर होने लगा, तो जल्दी दुल्हन को अस्पताल में दाखिल कराया गया। जहां पर गुरुवार सुबह दुल्हन ने एक प्यारी सी बच्ची को जन्म दिया। किसी भी तरह का विवाद ना हो, इसलिये दूल्हा तुरंत अपनी दुल्हन और बेटी को लेकर वहां से चला गया।

दूल्हा बोला, मेरी बेटी है
जब दूल्हे से इस बारे में पूछा गया, कि क्या उन्हें मालूम था कि उनकी होने वाली पत्नी प्रेग्नेंट हैं, साथ ही ये सवाल भी किया गया कि ये किसकी बेटी है? Couple2पहले तो दूल्हा सवालों से बचने की कोशिश करता रहा, वो खुलकर कुछ भी नहीं बोल पा रहा था। फिर उन्होने कहा कि ये उनकी ही बेटी है, और उन्हें किसी तरह का अफसोस नहीं है।

दुल्हन ने कुछ नहीं कहा
दूल्हे ने तो सबके सामने बच्ची को अपनी बेटी बताया, लेकिन दुल्हन कोई जबाव देना उचित नहीं समझी, उससे बार-बार सवाल पूछे जा रहे थे, लेकिन वो कोई जबाव नहीं दे रही थी। Women2हालांकि मामले में झोल लग रहा था, जिसके बाद मामले की जानकारी किसी ने हरियाणा महिला आयोग को दे दी, महिला आयोग ने मामले की जांच शुरु कर दी है।

महिला आयोग ने मामला संज्ञान में लिया
हरियाणा महिला आयोग की सदस्य नम्रता गौड़ ने बताया कि मामले की जानकारी मिलने के बाद वो खुद दुल्हन से बातचीत करने के लिये अस्पताल गई थी, Love Coupleलेकिन तब दुल्हन से मां बनी महिला की हालत ठीक नहीं थी, साथ ही परिवार के लोग भी खुलकर कुछ नहीं बोल रहे थे। मैंने मामले की जांच शुरु कर दी है, जल्द ही इसे लेकर चेयरपर्सन से भी बात करुंगी।

दो साल पहले तय हुई थी शादी
आपको बता दें कि दूल्हे का परिवार राजस्थान के भरतपुर का रहने वाला है, 21 साल के युवक (दुल्हा) ने बताया कि करीब दो साल पहले जालंधर की रहने वाली युवती संग उनकी सगाई हुई थी, unmarried-couplesइस बीच दोनों मिलते-जुलते रहे, जिससे उनकी होने वाली पत्नी प्रेग्नेंट हो गई थी। फिर दोनों पक्षों ने 28 फरवरी को शादी का दिन तय किया, दोस्तों और रिश्तेदारों की मौजूदगी में दोनों ने सात फेरे लिये।

बदनामी के डर से छिपकर रह रही थी लड़की
तमाम रस्में पूरी होने के बाद रात को दुल्हन को लेकर बारात राजस्थान के लिये रवाना हो गई, दुल्हे ने बताया कि लुधियाना-राजपुरा के बीच दुल्हन को लेबर पेन हुआ, pregnancy (6)जब वो राजपुरा से आगे बढे, तो पेन और ज्यादा बढ गया, जिसके बाद रात करीब सवा एक बजे वो दुल्हन के साथ सिविल अस्पताल पहुंचे, जहां पर सुबह चार बजे दुल्हन ने बेटी को जन्म दिया। खास बात ये है कि युवती प्रेग्नेंट होने के बाद से अपने रिश्तेदारों से छिपकर रह रही थी, ताकि उनकी बदनामी ना हो।

फाइल पर लिखी ये बात
अस्पताल में डिलीवरी होने के बाद परिवार से डॉक्टर ने पूछा कि पहले प्रेग्नेंट युवती का कहां चेकअप कराया था, तो परिवार के सदस्यों ने साफ इंकार कर दिया। writeउन्होने फाइल पर लिखा कि युवती ने किसी भी अस्पताल में चेकअप या अल्ट्रासाउंड नहीं करवाया था।

बच्चे के नफा-नुकसान के लिये वो जिम्मेदार
अस्पताल प्रशासन द्वारा दी गई फाइल पर युवती के परिवार के लोगों ने लिखा कि बच्चे के नफा-नुकसान के लिये वो खुद जिम्मेदार है, hindu-marriageजब दोपहर को उन्होने अस्पताल प्रशासन से युवती और बच्ची को डिस्चार्ज करने की बात कही, तो स्टाफ ने मना कर दिया। जिसके बाद फाइल उन्होने अपनी मर्जी से वहां से जाने की बात लिखकर जच्चा और बच्चा लेकर चलते बने।

बच्चा फेंका नहीं, ये बड़ी बात
चाहे, दुनिया-समाज या फिर लोग कुछ भी सोचें, या कहें, लेकिन एक बात तो साफ है कि दूल्हे ने दुल्हन के गर्भवती होने के बाद भी उसे अपनाया और शादी कर अपने घर लेकर आया। babyदूसरी ओर किसी प्राइवेट अस्पताल या नर्सिग होम में डिलीवरी ना करवाकर दुल्हन को सरकारी अस्पताल में ले जाना उचित समझा, वो चाहते तो बच्चे की डिलीवरी किसी प्राइवेट अस्पताल में करवाते और बच्ची को छोड़ चले भी जाते, लेकिन दुल्हा-दुल्हन ने ऐसा नहीं किया।