दुकान में आग लगने की वजह गैस लीकेज मानी जा रही है, आशंका जताई जा रही है कि गैस लीकेज से अनजान परिवार के किसी सदस्य ने सुबह गैस जलाने की कोशिश की।
New Delhi, Jan 10 : गुजरात के अहमदाबाद में मंगलवार सुबह किराने की दुकान में आग लगने से एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत हो गई, मरने वालों में दुकान चलाने वाले पति-पत्नी, उसका भाई और दो साल का बच्चा शामिल है। उनकी बेटी दो दिन पहले ही अपने बुआ के घर चली गई थी, जिसकी वजह से वो इस हादसे में बच गई, पीड़ित परिवार राजस्थान के पाली का रहने वाला है। करीब सात सात पहले ये राजस्थान से गुजरात के अहमदाबाद पहुंचे थे।
किराया बचाने के चक्कर में गई जान
करीब सात साल पहले चुनी लाल चौधरी अपने परिवार के साथ अहमदाबाद आया था, यहां पर उन्होने अपने बहनोई की शॉप किराये पर ले लिया, वरदान टावर में क्षेमाकरी माता नाम से (10X30) की दुकान में उन्होने किराने का धंधा शुरु किया, साथ ही किराया बचाने के लिये इसी दुकान में परिवार के साथ पीछे से रहने लगा, ताकि मकान का किराया बचाया जा सके।
आग लगने की वजह
शॉप में आग लगने की वजह गैस लीकेज मानी जा रही है, आशंका जताई जा रही है कि गैस लीकेज से अनजान परिवार के किसी सदस्य ने सुबह गैस जलाने की कोशिश की, जिससे एकाएक आग भड़क गई और सब जलकर राख हो गया। दुकान में सामान होने की वजह से उन्हें गैस की बदबू नहीं लगी, और सब के सब भीतर ही झुलसकर खाक हो गये।
महिला ने शटर तोड़ने की कोशिश की
आग में झुलसी महिला ने दुकान की शटर खोलने की भरपूर कोशिश की, लेकिन वो अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाई, जिसकी वजह से महिला के साथ-साथ उनका बेटा, पति और देवर चारो बुरी तरह से झुलस गये। इन चारों की मौके पर ही मौत हो गई । पीड़िता की एक बेटी भी है, जो दो दिन पहले ही अपने बुआ के घर चली गई थी, जिसकी वजह से उसकी जान बच गई।
शटर तोड़ घुसी रेस्क्यू टीम
दुकान में वेंटीलेशन और शटर से बाहर निकलने का कोई दूसरा रास्ता ना होने की वजह से परिवार के लोग खुद का बचाव नहीं कर सके, दुकान में आग लगने की बात सुबह सात बजे तब पता चली, जब एक महिला सामान लेने दुकान पर पहुंची। उसने शटर से धुंआ निकलते देख शोर मचाया, जिसके बाद सूचना मिलने पर फायर बिग्रेड की टीम मौके पर पहुंची,जब शटर तोड़ा गया, तो दुकान के भीतर धुंए के अलावा कुछ भी नजर नहीं आ रहा था।
बुआ के घर होने से बच गई बेटी
मृतकों की पहचान चुनी लाल चौधरी (35 साल), लीलाबहन चौधरी (33 साल), अर्जुन चौधरी (2 साल) और मोहन राम चौधरी (30 साल) के रुप में हुई है। मृतक चुनी लाल चौधरी की एक बेटी भी है, जो उनके साथ ही इसी दुकान में रहती थी, लेकिन दो दिन पहले बेटी पूजा बुआ के घर चली गई थी, जिसकी वजह से वो हादसे के समय वहां मौजूद नहीं थी।
दोनों भाई चलाते थे दुकान
मृतक चुनी लाल चौधरी और मोहन राम चौधरी दोनों मिलकर किराना दुकान चलाया करते थे, इसके साथ ही चुनी लाल का परिवार इसी दुकान में पीछे से रहता था, ताकि वो मकान का किराया बचा सके, जबकि मोहन राम दुकान की बजाय कहीं दूसरी जगह रुम किराये पर लेकर रहता था।
मोहन दूसरी जगह सोता था
मोहन राम चौधरी रोज रात को काम खत्म होने के बाद अपने घर चला जाता था, लेकिन सोमवार की रात पहली बार वो वहां सोया था, लेकिन सुबह दुकान से उसकी लाश निकली। आस-पड़ोस के लोगों का कहना है कि आग कब लगी, उन्हें इस बात का पता ही नहीं चला, सुबह सात बजे महिला के शोर मचाने के बाद वो लोग दौड़े।
पुलिस कर रही जांच
एकाएक 4 लोगों की मौत से इलाके के लोग सन्न है, घटनास्थल को देखने के बाद पुलिस को पहले तो हादसा ही लग रहा है, लेकिन फिर भी पुलिस मामले की जांच में जुट गई है, मामले में पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही वो इस स्थिति पर कुछ टिप्पणी कर पाएंगे, फिलहाल पूछताछ की जा रही है।