रेवाड़ी – मुख्य आरोपी पंकज की प्रेग्नेंट पत्नी आई सामने, दिया ऐसा बयान जिसे सुन फौजी भी रह जाएगा हक्का-बक्का

रेवाड़ी – ज्योति ने बताया कि पुलिस ने उसके मायके वालों को परेशान कर रखा है, उनका नाबालिग भाई और पिता को पिछले 6 दिनों से उठा रखा है, जबकि मामले में उनका कोई कसूर नहीं है।

New Delhi, Sep 21 : हरियाणा के बहुचर्चित रेवाड़ी सामूहिक दुष्कर्म के मामले में मुख्य आरोपी फौजी पंकज की पत्नी सामने आई है, उसने जो बयान दिया है, उसे सुनकर पंकज भी हक्के-बक्के रह जाएंगे। फौजी की पत्नी ज्योति ने कहा कि अब उनका पंकज के साथ कोई रिश्ता नहीं है, उसने ऐसा काम करके उन्हें धोखा दिया है, वो इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं कर पाएगी। इसलिये वो उससे रिश्ता तोड़ना चाहती है, वो अब उसके साथ नहीं रहना चाहती है।

पुलिस कर रही परेशान
ज्योति ने बताया कि पुलिस ने उसके मायके वालों को परेशान कर रखा है, उनका नाबालिग भाई और पिता को पिछले 6 दिनों से उठा रखा है, जबकि मामले में उनका कोई कसूर नहीं है, इतना ही नहीं पुलिस रात के 2-2 बजे आ पहुंचती है, और उन्हें परेशान करती है, उनसे बार-बार पंकज के बारे में पूछा जाता है, ज्योति ने कहा कि जब उन्हें पंकज के बारे में कुछ भी पता ही नहीं, तो वो कैसे कुछ बताएं, वो सात महीने की प्रेग्नेंट है, घर में कोई आदमी नहीं है, इसके बावजूद पुलिस बार-बार टॉर्चर कर रही है।

पुलिस कर रही टॉर्चर
युवती ज्योति ने कहा कि इस समय वो मानसिक रुप से परेशान चल रही है, उनके पेट में बच्चा पल रहा है, अगर उस बच्चे को कुछ हुआ, तो उसका जिम्मेदार पुलिस-प्रशासन होगा। आपको बता दें कि पिछले साल 15 नवंबर को मुख्य आरोपी पंकज की शादी गांल कुराहवटा के रहने वाले मनोज की बेटी ज्योति के साथ हुई थी, ज्योति ने कहा कि उसने पहले पंकज के बारे में किसी तरह की कोई शिकायत नहीं सुनी थी, लेकिन उस पर से भरोसा उठ गया है और अब उसके साथ नहीं रहना चाहती।

गोली मारे या फांसी दे, कोई लेना-देना नहीं
दुष्कर्म के आरोपित पंकज की सास प्रमोद ने इस मामले में बोलते हुए कहा कि अब पंकज और उसके परिवार से उनका कोई रिश्ता नही है, पुलिस उसे गोली मार दे, या फांसी पर चढा दे, उनका कोई मतलब नही है, पुलिस के कहने पर हमने बेटी को अपने घर ले आये, क्योंकि वो सात महीने की प्रेग्नेंट है, उसे देखभाल की जरुरत है, लेकिन लोग उसे परेशान कर रहे हैं, अगर पैदा होने वाले बच्चे को कुछ हुआ, तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। रोजाना पुलिस दो से तीन बार चक्कर लगाती है, आखिर हमारा कसूर क्या है ? पुलिस पंकज को पकड़े, नहीं तो पूरे गांव की पंचायत थाने में जाकर बैठेगी।

नाबालिग भाई और पिता हिरासत में
ज्योति ने बताया कि पुलिस ने उसके नाबालिक भाई दिनेश को पिछले एक सप्ताह से हिरासत में रख रखा है, पिता दिनेश भी 4 दिन से पुलिस हिरासत में हैं, ज्योति की ननद का ऑपरेशन से बच्चा हुआ है, पेट के अंदर ही बच्चे की मौत हो गई थी, तो उसी का हाल-चाल जानने के लिये उसका भाई उसके ससुराल गया था। वो अभी दसवीं में पढता है, नाबालिग है, उसका क्या कसूर है, जो उसे इतने दिनों से पुलिस हिरासत में रख रखा है। वो गांव वालों से मदद मांग रही है, गांव वाले जल्द ही थाने में धरना देने का प्लान बना रहे हैं, लोगों का कहना है कि पुलिस पंकज को पकड़े, परिवार वालों को क्यों परेशान कर रही है।