आशीष के पिता सीताराम ने बताया कि उनका बेटा 12वीं में एक विषय में फेल हो गया था, लेकिन ये बात उसने घर वालों से छुपाई, उसने घर वालों से कहा था कि उसका बीबीए में दाखिला हो गया है।
New Delhi, Aug 09 : भोपाल के ट्रांसपोर्ट कारोबारी के इकलौते बेटे की हवाईखेड़ा डैम में लाश मिली है, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई, वो तीन दिन पहले पिता के ऑफिस से घर जाने की बात कहकर निकला था, उसके बाद शाम को डैम किनारे उसका स्कूटर खड़ा मिला था, पिता का कहना है कि वो 12वीं में एक विषय में फेल हो गया था, लेकिन घर वालों से बताया कि उसने बीबीए में एडमिशन ले लिया है, शायद इसी वजह से उसने आत्महत्या की होगी।
घर जाने के लिये निकला था
भोपाल के आनंद नगर इलाके के पटेल नगर में रहने वाले सीताराम गौर की एसआर ट्रांसपोर्ट कंपनी है, वो अपनी पत्नी, दो बेटियों और इकलौते बेटे आशीष के साथ यहां रहते हैं, सोमवार दोपहर आशीष अपने पिता के ऑफिस गया था, जहां उसने पिता से बीबीए में एडमिशन लेने की बात की, फिर करीब साढे बारह बजे स्कूटी लेकर घर जाने के लिये निकला, लेकिन घर पहुंचा ही नहीं।
परिजनों ने तलाश शुरु की
एसआई नागेंद्र शुक्ला के अनुसार सवा एक बजे सीताराम की बेटी ने उन्हें फोन कर बताया कि आशीष अभी तक घर नहीं लौटा है, जिसके बाद सीताराम अपने घर आए और बेटी को साथ लेकर कॉलेज पहुंचे, जहां पता चला कि वो कॉलेज नहीं आया है। जब देर शाम तक वो घर नहीं पहुंचा, तो परिवार के लोगों ने उसकी तलाश शुरु कर दी। जिसके बाद हवाईखेड़ा डैम के किनारे उसकी स्कूटी खड़ी मिली, लेकिन वहां भी वो खुद नहीं था, जिसके बाद सीताराम ने तुरंत मामले की जानकारी पुलिस को दी।
दोस्त से हुई थी आखिरी बात
एसआई नागेंद्र शुक्ला के अनुसार रात के समय ही डैम के गहरे पानी में आशीष की तलाश शुरु कर दी गई थी, मंगलवार को भी दिनभर गोताखोर उसे तलाशते रहे, लेकिन वो नहीं मिला, बुधवार सुबह उसका शव किनारे पर पड़ा मिला। पुलिस जांच में पता चला कि पिता के ऑफिस से लौटने के बाद दोपहर 1.45 बजे आशीष के दोस्त हर्ष से उसकी आखिरी बार बात हुई थी, जिसमें हर्ष ने पूछा था कि कहां है, तो उसने जबाव देते हुए कहा था कि घर पहुंचकर कॉल करता हूं।
फेल होने की बात छुपाई
आशीष के पिता सीताराम ने बताया कि उनका बेटा 12वीं में एक विषय में फेल हो गया था, लेकिन ये बात उसने घर वालों से छुपाई, उसने घर वालों से कहा था कि उसका बीबीए में दाखिला हो गया है, अब फीस भरनी है, जब वो इस दुनिया से चला गया, तो घर वालों को पता चला, कि उनका बेटा 12वीं में एक विषय में पास नहीं हो सका था, शायद इसी वजह से घबराहट में उसने अपनी जान दे दी।
पिता धूमधाम से जन्मदिन मनाने की कर रहे थे तैयारी
आशीष घर का इकलौता बेटा था, इसी महीने 28 अगस्त को वो 18 साल का होने वाला था, पिता ने उनसे कहा था कि बेटा अब तू कॉलेज में पहुंच गया है, इसलिये इस साल तेरा जन्मदिन बड़ी धूमधाम से मनाएंगे, लेकिन उससे पहले ही वो इस दुनिया से विदा हो गया। पुलिस मामले में जांच कर रही है।