लड़की से बना गर्लफ्रेंड का पति, इस बात को लेकर होने लगा झगड़ा, अब तलाक के लिये पहुंचे कोर्ट

सोनीपत निवासी युवती ने जिला महिला संरक्षण अधिकारी को बताया कि जींद के पटियाला चौक के पास रहने वाली एक लड़की से उसकी दोस्ती थी, 5 साल पहले उसकी दोस्त ने लिंग परिवर्तन करा लिया।

New Delhi, Oct 05 : पहले लिंग परिवर्तन कराया, फिर दो लड़कियों ने शादी कर ली। अब ये दोनों लड़कियां कोर्ट पहुंची हैं, उनका कहना है कि उन्हें अब साथ में नहीं रहना है, किसी भी हालत में उन्हें तलाक चाहिये। जी हां, ये मामला हरियाणा के जींद जिले का है। गुरुवार को दोनों लड़कियां महिला एवं बाल संरक्षक अधिकारी के ऑफिस पहुंची थी। दोनों लड़कियों का कहना है कि उन्हें साथ नहीं रहना है। उन्हें तलाक चाहिये।

पांच साल पहले शुरु हुई लव स्टोरी
प्राप्त जानकारी के अनुसार हरियाणा के जींद में इस लव स्टोरी की शुरुआत हुई, दो लड़कियां एक-दूसरे को पसंद करने लगी। करीब पांच साल पहले दोनों में से एक लड़की ने अपना लिंग परिवर्तन करवा कर पुरुष बन गई। फिर दोनों ने शादी कर ली और पति-पत्नी की तरह रहने लगी।

एक बच्चे को लिया गोद
शादी कर लेने के बाद दोनों ने एक ढाई साल के बच्चे को गोद भी लिया था, लेकिन फिर दोनों के रिश्ते में दरार आने लगी, जिसके बाद अब दोनों तलाक लेना चाहती है। शिकायत मिलने के बाद जिला महिला एवं बाल संरक्षक अधिकारी की टीम ने दोनों को काउंसलिंग के लिये बुलाया, जहां दोनों से अधिकारी ने घंटों बात कर मामला सुलझाने की कोशिश की।

दोस्ती शादी में बदल ली
सोनीपत निवासी युवती ने जिला महिला संरक्षण अधिकारी को बताया कि जींद के पटियाला चौक के पास रहने वाली एक लड़की से उसकी दोस्ती थी, 5 साल पहले उसकी दोस्त ने लिंग परिवर्तन करा लिया। जिसके बाद दोनों ने शादी कर ली। दोनों पति-पत्नी की तरह रह रहे थे, लेकिन लड़की से पुरुष बनी सहेली कोई काम नहीं करती, जिसकी वजह से घर चलाना मुश्किल हो रहा है। इसी बात को लेकर दोनों में आये दिन झगड़ा होता रहता है, अब दोनों ने फैसला कर लिया है, कि अपनी राहें जुदा करेंगी, वो तलाक चाहती हैं।

लड़की को गलती का एहसास
सोनीपत की रहने वाली लड़की ने कहा कि उसे अपनी गलती का एहसास हो रहा है। इस शादी की वजह से उसने सबकुछ छोड़ दिया, लेकिन उसकी सहेली उसे कोई सुख नहीं दे पा रही है। सहायक जिला महिला संरक्षण ऑफिस के अधिकारी ने कहा, कि दोनों पक्षों को ऑफिस में बुलाया गया है, जहां बातचीत से मामला सुलझाने की कोशिश की जाएगी, नहीं तो फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी।