MI-17 हेलिकॉप्टर उड़ाने में माहिर थे पृथ्‍वी सिंह चौहान, फिर कहां और कैसे हुई चूक ?

वायुसेना के MI-17 हेलिकॉप्टर क्रैश में विंग कमांड पृथ्‍वी सिंह चौहान भी मारे गए । उनकी गिनती देश के चुनिंदा जांबांजों में होती थी । इस हादसे में कहां चूक हुई, आगे पढ़ें ।

New Delhi, Dec 09: तमिलनाडु के कुन्‍नूर में MI-17 हेलिकॉप्टर क्रैश में मारे गए 13 लोगों में सीडीएस बिपिन रावत के साथ विंग कमांडर पृथ्‍वी सिंह चौहान भी एक थे । इनकी की दक्षता के वायुसेना के अधिकारी भी कायल थे । पृथ्‍वी सूडान से विशेष ट्रेनिंग लेकर भारतीय वायुसेना बेड़े के जांबाज लड़ाकू पायलट्स में से एक थे ।

आगरा के थे पृथ्‍वी सिंह चौहान
चॉपर हादसे में जान गंवाने वाले विंग कमांडर पृथ्‍वी आगरा के थे । उनका पूरा परिवार गहरे सदमे हैं, इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है । हेलिकॉप्टर के क्रैश होने की खबर के बाद से ही आगरा स्थित उनके घर पर रिश्‍तेदार और नातेदारों का जमावड़ा लगा हुआ और लोक परिवार को ढांढस बांधने की कोशिश कर रहे हैं ।

4 बहनों में इकलौत भाई
विंग कमांडर पृथ्‍वी सिंह चौहान, न्‍यू-आगरा इलाके के हैं । जब चॉपर क्रैश की खबर सामने आई तो परिवार चिंतित हो गया, हाल चाल जानने की कोशिश की तो पता चला कि बेटा उसी हादसे का शिकार हो गया है जिसकी नयूज टीवी पर आ रही है । इसके बाद धीरे-धीरे उनके घर पर भीड़ जुटने लगी । हादसे के बाद आगरा के ACM कृष्णानंद तिवारी और पुलिस अधिकारी भी विंग कमांडर के घर पहुंचे । पृथ्वी की बहन ने बिलखते हुए मीडिया को कहा कि वो हम 4 बहनों का इकलौता भाई था ।

कहां हुई चूक ?
किसी भी विमान हादसे में अहम होता है ब्‍लैक बॉक्‍स, इस केस में इसे लेकर कोई जानकारी नहीं मिल पाई है । हालांकि दक्ष पायलट होने के कारण कोई भी इस हादसे को मानवीय चूक मानने से इनकार कर रहा है । बहरहाल, बुधवार को जनरल रावत कोयंबटूर के पास सुलूर में वायुसेना अड्डे से वेलिंगटन में डिफेंस स्टाफ कॉलेज में कार्यक्रम में शामिल होने वायुसेना के एमआई 15 हेलीकॉप्टर से निकले थे । हेलिकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, रक्षा सहायक, सुरक्षा कमांडो और एक भारतीय वायुसेना के पायलट सवार थे । चश्मदीदों ने बताया कि उसने हेलिकॉप्टर को पेड़ों से टकराते हुए धरती पर गिरते हुए देखा, जिसके बाद वह आग की भयंक लपटों में तब्दील हो गया ।