पीएम की सुरक्षा में चूक का मुद्दा अब गहराता जा रहा है । राज्य सरकार जहां अपनी गलती मानने को तैयार नहीं वहीं अब इस मामले में नए खुलासे हो रहे हैं ।
New Delhi, Jan 06: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक राजनीतिक साजिश बताई जा रही है, हालांकि बीजेपी के इस दावे पर पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी सहमत नहीं है । वो अपनी सफाई देने में जुटे हुए हैं और बीजेपी के दावे को नकार रहे हैं । लेकिन सच क्या है, प्रदर्शनकारियों का उस फ्लाईओवर पर होना कैसे पंजाब सरकार की जानकारी में नहीं था, ये बात देशवासियों के गले से नीचे नहीं उतर रही है । चन्नी के दावों से अलग अब मामले का सच सामने आ रहा है ।
बीजेपी-कांग्रेस आमने सामने
फिरोजपुर रैली रद्द होने के बाद और पीएम का काफिला लौटने के बाद से बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने आ गई है । बीजेपी कांग्रेस सरकार पर पुलिस की नाकामी का आरोप लगा रही है, वहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी यह मानने को तैयार नहीं हैं, कि पंजाब पुलिस स्थिति का आकलन करने में विफल रही और पीएम के काफिले को उसी रास्ते से जाने की अनुमति दे दी, जहां प्रदर्शनकारियों ने पहले से रास्ता जाम किया था । मुख्यमंत्री का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी कि मोगा रोड पर प्रदर्शनकारी पहले से मौजूद थे, जहां 20 मिनट तक पीएम मोदी का काफिला फंसा रहा । अब हैरानी की बात ये मानी जाए कि प्रदर्शनकारियों को पीएम मोदी के हर मूवमेंट की जानकारी थी, जबकि पंजाब पुलिस को उनकी जानकारी नहीं थी कि उन्होंने फ्लाईओवर पर जाम कर रखा है।
दो दिन से जमा थे प्रदर्शनकारी
मीडिया में आई रिपोर्ट के मुताबिक एक प्रदर्शनकारी ने खुद बताया कि उन्हें मोबाइल फोन और न्यूज चैनल के जरिए पता चला कि पीएम मोदी का विमान बठिंडा में लैंड हुआ और पायलट ने आगे उड़ान भरने से इनकार कर दिया । प्रदर्शनकारी ने कहा कि अब अगर कोई सड़क के रास्ते हुसैनीवाला मेमोरियल जाना चाहता है, तो सिर्फ यही रोड एक मात्र रास्ता बचती है । इंडिया टुडे की ग्राउंड रिपोर्ट में भी बताया गया है कि प्रदर्शनकारी मिश्रीवाला और प्यारेवाला गांव के ही थे । खास बात ये कि प्रदर्शनकारी दो दिन से यहां प्रदर्शन कर रहे थे, जबकि सीएम चन्नी ने दावा किया है कि पुलिस ने मंगलवार रात प्रदर्शनकारियों से रास्ता साफ करने के लिए कहा था ।
कोई कार्रवाई नहीं करेंगे …
आपको बता दें प्यारेवाला में सड़क जाम के दौरान कम से कम तीन किसान संगठनों के झंडे नजर आए थे । पूरे मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है । सीएम चन्नी ने इसे मंजूरी दे दी है । हालांकि, इस घटना के लिए जिम्मेदार किसी भी पुलिस अफसर पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है, इसके साथ ही चन्नी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी साफ कह दिया है कि वो पंजाब के लोगों के खिलाफ लाठी और गोली का इस्तेमाल नहीं करूंगा ।
क्या चन्नी ने बोला झूठ?
अब सवाल यही उठ रहा है कि क्या सीएम चन्नी झूठ बोल रहे हैं । उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि वो पीएम मोदी को लेने नहीं गए क्योंकि वे कोरोना संक्रमितों के संपर्क मे आए हैं, जबकि बुधवार शाम को वे प्रेस कॉन्फ्रेंस करते नजर आए, वो भी बिना मास्क के ।
PM's security breach: Senior advocate Maninder Singh mentions the matter before CJI NV Ramana in Supreme Court, demanding a probe
Court asks Singh to serve a copy of the petition to the Central and Punjab Govts today pic.twitter.com/lBXByu60ly
— ANI (@ANI) January 6, 2022