चीन का पकड़ा गया झूठ, गलवान में मारे गए थे 38 सैनिक, ऑस्‍ट्रेलियाई मीडिया ने खोली पोल

गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में चीन के 38 जवान बर्फीली नदी की तेज धार में गह गए थे । ये बड़ा खुलासा ऑस्ट्रेलियाई अखबार की ओर से किया गया है ।

New Delhi, Feb 03: चीन के सफेद झूठ का एक बार फिर से खुलासा हुआ है । गलवान घाटी में भारत से संघर्ष के दौरान चीन ने अपने मृत सैनिकों की संख्‍या के बारे में ही सच नहीं बताया । एक ऑस्ट्रेलियाई अखबार का दावा है कि गलवान में झड़प के दौरान आधिकारिक संख्या से कई गुना ज्‍यादा चीनी जवान मारे गए थे । एक रिसर्च में पता चला है कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने गलवान घाटी में जंग के दौरान कम से कम नौ गुना अधिक सैनिकों को खो दिया था लेकिन आधिकारिक तौर पर इस नुकसान को काफी कम करके बताया गया था ।

ऑस्‍ट्रेलियाई मीडिया का दावा
ऑस्ट्रेलियाई अखबार ‘द क्लैक्सन’ के एक आर्टिकल के मुताबिक चीन के कम से कम 38 सैनिक अंधेरे में तेज बहने वाली एक नदी को पार करते वक्त डूब गए थे । जबकि चीन ने सिर्फ 4 चीनी सैनिकों के नुकसान की खबर बताई थी । एक साल की लंबी जांच के बाद सोशल मीडिया शोधकर्ताओं के एक समूह की ओर से तैयार की गई इस रिपोर्ट में चीन का सारा झूठ बेकनकाब कर दिया गया है । खोजी अखबार का कहना है कि चीन ने जिन चार सैनिकों की मौत की पुष्टि की उनमें से केवल एक जूनियर सार्जेंट वांग जुओरान के डूबने की सूचना है ।

38 सैनिक डूबकर मारे गए
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उस रात वांग के साथ कम से कम 38 पीएलए सैनिक डूबकर मरे थे । चीनी सैनिकों के अधिक संख्या में हताहत होने को लेकर रिपोर्ट में मुख्य भूमि चीनी ब्लॉगर्स के साथ चर्चा, कुछ चीनी नागरिकों से प्राप्त जानकारी और मीडिया रिपोर्टों से जुड़ी एक साल की लंबी जांच का हवाला दिया गया है ।

जून 2020 की है घटना
आपको बता दें जून 2020 में गलवान में चीन और भारतीय सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में भारत ने कहा था कि जून 2020 में गलवान घाटी संघर्ष में उसके 20 सैनिकों की मौत हो गई थी । 15 जून और 16 जून, 2020 की रात में आमने-सामने की लड़ाई में सैनिक हताहत हुए थे । गलवान घाटी में हुआ ये संघर्ष भारत और चीन के बीच चार दशकों में सबसे घातक टकराव था ।  चीन की सरकारी मीडिया की ओर से इस झड़प और उसके बाद की घटनाओं को लेकर कई झूठ पेश किए गए । हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई अखबार ‘द क्लैक्सन’ का कहना है कि अधिक ऊंचाई वाले गलवान घाटी में संघर्ष के दौरान अधिक चीनी सैनिकों के हताहत होने का दावा नया नहीं है । इससे पहले भी कई रिपोर्ट इसे लेकर पेश की जा चुकी हैं और चीन अपनी ओर से इन खुलासों को शांत करने की भरसक कोशिश करता रहा है ।