हजार रुपए का फोन और 5 हजार कैश, 4 बार विधायक रह चुके ये शख्‍स हैं ईमानदारी की मिसाल

चुनावी बयार में आजमगढ़ की एक विधानसभा के विधायक चर्चा में हैं, ईमानदारी की मूरत एमएलए आलम बदी वोटरों के प्रिय नेता हैं । इनके बारे में आगे पढ़ें ।

New Delhi, Mar 07: आजमगढ़ की निजामाबाद विधानसभा सीट से विधायक आलम बदी की पहचान एक ईमानदार नेता के रूप में रही है । बदी, मुस्लिम लीग के नेता के रूप में जाने जाते हैं । समाजवादी पार्टी से जुड़े होने के कारण ये इसी पार्टी से चुनाव लड़ते रहे हैं । आलम बदी के बारे में जानेंगे तो आपको भी हैरानी होगी कि इस जमाने में भी उनके जैसे नेता होते हैं । बदी का जन्‍म 16 मार्च 1936 को आजमगढ़ जिले के विन्दवल गांव में हुआ था, पेशे से इंजीनियर आलम बदी के 6 पुत्र और एक पुत्री है ।

बेहद साधारण जीवन
82 साल के सपा विधायक आलमबदी 20 रूपये मीटर के टांडे के कपड़े का कुर्ता पायजामा पहनते हैं । इनके पैरों में हमेशा मामूली सी चप्‍पल नजर आएगी । कानों में छोटी सी सुनने की मशीन लगी है । स्‍मार्टफोन के जमाने में हाथ में महज 1200 रूपये का मोबाइल फोन दिखेगा । आम इंसान की डील डौल वाले आलमबदी के चेहरे पर गजब का आत्मविश्वास और सुकून देखने को मिलता है, जो उनकी ईमानदारी का सबूत है ।

4 बार रह चुके हैं विधायक
आजमगढ़ के निजामाबाद से आलमबदी चार बार विधायक रह चुके हैं । 2022 विधानसभा चुनाव के दौरान सपा विधायक आलमबदी ने कुल कैश 5 हजार रुपये अपने नॉमिनेशन पत्र में दाखिल किया है, एक बोलेरो गाड़ी रखने वाले आलमबदी आज भी छोटे से मकान में अपना जीवन गुजार रहे हैं। बदी साहब के पास पहले एक सेकंड हैंड एम्बेसडर थी, तब भी पूरे इलाके में जानी जाती थी, क्योंकि ये गाड़ी कई बार बीच सड़क पर ही रुक जाया करती थी । अब उन्‍होंने एक सेकेंड हैंड बुलेरो ली है । आलम बदी सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक ही चुनाव प्रचार करते हैं।

आलमबदी की सीख
विधायक आलमबदी कहते हैं कि ज्‍यादा हाई-फाई बनोगे तो ईश्वर छोटा कर देगा । उनके मुताबिक आप छोटे रहोगे तो ऊपर वाला आपको बड़ा बना देगा, कोई धनबल व बाहुबल से बड़ा नहीं होता । आलमबदी जब भी जनता के बीच जाते हैं तो वह अकेले जाते हैं । उनके मुताबिक जिन्होंने वोट दिया है वो ही  सम्मान और सुरक्षा करेंगे ।
1996 से हैं विधायक
आलमबदी समाजवादी पार्टी के सिंबल पर 1996-2002 से निजामाबाद विधानसभा से विधायक हैं । साल 2007 में उन्‍हें बसपा प्रत्याशी अंगद यादव से पराजय का सामना करना पड़ा था, लेकिन पर 2012, 2017 के विधानसभा में आलम बदी एक बार फिर जीते । 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा ने फिर आलमबदी पर भरोसा जताया है। निजामाबाद सीट से बीजेपी ने मनोज यादव, बीएसपी ने डॉ पीयूष यादव और कांग्रेस ने अनिल यादव को चुनाव मैदान में उतारा है । इस सीट पर आज मतदान हो रहा है।