1 सितंबर से शुक्र का राशि परिवर्तन, 4 महीने तक तुला राशि में गोचर, सभी राशियों पर होगा असर

सौंदर्य और समृद्धि के ग्रह माने जाने वाले शुक्र अपनी राशि में तुला में गोचर कर रहे हैं । 1 जनवरी 2019 तक 12 राशियों पर शुक्र के राशि परिवर्तन का असर रहेगा । जानिए किन राशियों के लिए ये बेहद प्रभावी माना जा रहा है ।

New Delhi, Aug 31 : ज्‍योतिष जानकारों के अनुसार शनिवार, 1 सितंबर 2018 को भरणी नक्षत्र में शुक्र ग्रह कन्या राशि को छोड़कर तुला राशि में प्रवेश करेगा । भरणी को शुक्र के स्वामित्व वाला नक्षत्र माना गया है । मौजूदा स्थिति में शुक्र कन्या राशि में नीच प्रभाव का है । जबकि तुला शुक्र के स्वामित्व वाली राशि है । तुला राशि में शुक्र 1 जनवरी 2019 तक रहने वाला है । इस दौरान वह कुछ समय इसी राशि में वक्री भी रहेगा । इस परिवर्तन से शुक्र का बल बढ़ेगा । कन्या और तुला दोनों को इससे लाभ प्राप्त होगा।ओ जानिए राशियों पर इसका क्‍या असर बताया गया है ।

मेष राशि
शुक्र मेष राशि के लिए सप्तम भाव का हो जएगा, जो कुंडली में जीवनसाथी का स्थान है। प्रेम में सफलता दिलाने वाला होगा। विवाह योग्य लोगों को विवाह में आ रही बाधा समाप्त होंगी एवं जीवन साथी से सुख प्राप्त होगा। आय के साधन भी सुलभ होंगे एवं व्यापार एवं नौकरी में तरक्की होगी।
वृषभ – शुक्र षष्ठम भाव का रहेगा, जो रोग और शत्रु का स्थान है। शरीर में ताकत की कमी करेगा। शुगर एवं कफ के मरीजों को ज्यादा समस्याएं दे सकता है। शत्रु भी हावी होने का प्रयास करेंगे एवं दिखावे पर खर्च करेंगे। नौकरी और व्यवसाय की जगहों पर सही प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे।

मिथुन राशि
शुक्र पंचम भाव का हो जाएगा जो संतान का भाव है। संतान से सुख प्राप्त कराएगा। कन्या संतान ज्यादा फेवर करेंगी। नौकरी में बदलाव के साथ स्थानांतरण हो सकता है। दिखावे से बचने का प्रयास करें। नए वाहन खरीदने का मन होगा। वस्त्रो पर ज्यादा व्यय होगा।
कर्क – चतुर्थ शुक्र व्यय की अधिकता करेगा। अनावश्यक खर्चे होंगे एवं कार्य की अधिकता भी बढ़ाएगा। लीवर संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। शरीर में पानी की कमी भी रहेगी। स्वंय का संभालना होगा। विपरीत लिंगी के प्रति आकर्षण बढ़ेगा जो नुकसानदायक हो सकता है।

सिंह राशि
शुक्र तृतीय रहेगा जो कुंडली में पराक्रम का भाव है। ये मर्यादा भंग करवा सकता है। अति उत्साह रहेगा। बहनों के लिए उदार रहेंगे एवं भाग्य का साथ बढ़ेगा। चांदी की वस्तु उपहार में मिल सकती है। साज-सज्जा के सामान पर व्यय होगा। मन में भटकाव होगा एवं स्वभाव के विपरीत झूठा प्रदर्शन् करने का मन होगा।
कन्या – द्वितीय शुक्र स्थायी संपत्ति से लाभ दिलाएगा एवं अज्ञात भय, चिंता में भी वृद्धि करेगा। धार्मिक् यात्रा पर जाने का योग बनेगा एवं दाहिनी आंख में समस्याएं भी कर सकता है। मन का भटकाव और असंतुष्टि का भाव मन में रहेगा। अंजान लोगों से सावधान रहें, विशेष तौर से महिलाओं से।

तुला राशि
राशि स्वामी शुक्र का प्रवेश होगा। यह सभी प्रकार से लाभदायी होगा। जीवन साथी से सुख एवं प्रेम में सफलता दिलाने वाला होगा। बेरोजगार को रोजगार की प्राप्ति होगी एवं नए संपर्क बनेंगे। कई प्रकार के कार्यो के प्रति रुचि उत्पन्न होगी।
वृश्चिक – शुक्र द्वादश् हो जाएगा, यानी व्यय भाव का रहेगा। व्यय की वृद्धि करेगा एवं आय को कमजोर करेगा। योजनाएं लिक होने की संभावना बनेगी एवं शत्रु हावी होेने का प्रयास करेंगे। व्यर्थ के मामलों में उलझने से बचें। स्वयं के काम पर ध्यान देना उचित होगा। दिखावे से बचें।

धनु राशि
शुक्र एकादश भाव का होगा, ये कुंडली में आय का स्थान कहलाता है। आय में वृद्धि करेगा एवं संतान से सुख प्राप्त होगा। योजनाएं सफल होंगी एवं सरकारी काम काज करने वालों को नए बड़े टेंडर प्राप्त हो सकते हैं। समय उपयोंगी कार्यों में व्यय होगा। बेकार लोगों का साथ छूट जाएगा। बुरी अादतें बढ़ सकती हैं, सावधान रहें।
मकर – शुक्र दशम स्थान का रहेगा, जो कर्म का स्थान कहलाता है। कार्य की अधिकता रहेगी एवं पिता से सहयो्ग प्राप्त होगा। नए कार्यों के प्रति रुचि रहेगी एवं अधिकारी वर्ग से संबंध जुडे़ंगे। कार्य शैली में सुधार होगा एवं सभी ओर से सहयोग प्राप्त होगा। जीवन साथी के साथ धार्मिक कार्य के लिए जा सकते हैं।

कुंभ राशि
शुक्र नवम भाव का हो जाएगा, जो कुंडली में भाग्य का स्थान कहलाता है। भाग्य में वृद्धि करेगा एवं कार्य को बढ़ाएगा। योजनाएं सफल होंगी एवं आय में सुधार होगा। नौकरी वालों को नई जगह पर जाना पड़ सकता है। व्यापार में सुधार होगा एवं नए लाभदायी सपंर्क होंगे। नाटक एवं फिल्मों में काम करने वालों को सफलता मिलेगी।
मीन – शुक्र अष्टम रहेगा जो आयु का स्थान है। भय एवं चिंता का वातावरण बनाएगा। हर किसी के प्रति शक की भावना रहेगी। विरोधी भी सक्रिय रहेंगे एवं सबसे संभलना भी पड़ेगा। गुप्त बातें प्रकट हो सकती हैं। अपने काम स्वयं ही करें तो अच्छा रहेगा। प्रेम अनुरोध में निराशा प्राप्त हो सकती है।