2021 का आखिरी चंद्र ग्रहण कल, 580 साल बाद बन रहा ऐसा संयोग, इन 4 राशियों पर सबसे ज्‍यादा असर

lunar eclipse (1)

भारत में कल यानी शुक्रवार को साल 2021 का आखिरी चंद्र ग्रहण लग रहा है । इसका क्‍या प्रभाव रहेगा और क्‍या कुछ खास है आगे पढ़ें ।

New Delhi, Nov 18: शुक्रवार, 19 नवंबर 2021 को कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा पर देश में आंशिक चंद्र ग्रहण होगा । भारतीय समय अनुसार ये ग्रहण दिन में होगा, इस वजह से ये भारत में दिखाई नहीं देगा। केवल अरुणाचल प्रदेश के कुछ पहाड़ी क्षेत्रों में 1 मिनट से भी कम समय के लिए हल्का सा ग्रहण दिखाई दे सकता है । नासा की ओर से मिली जानकारी के अनुसार ये आंशिक चंद्रग्रहण 3 घंटे 28 मिनट का रहेगा। जो कि 580 साल में सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण है। भारतीय समयानुसार ग्रहण दोपहर 12.48 बजे से शुरू होगा और शाम 4.17 मिनट पर खत्म होगा।

ये लोग रखें ध्‍यान
इस बार चंद्र ग्रहण वृषभ राशि और कृत्तिका नक्षत्र में पड़ेगा। ऐसे में इस राशि में जन्म लेने वाले जातकों को विशेष सतर्क रहने की जरूरत होगी। चंद्र ग्रह कर्कराशि का स्वामी भी है। इसका असर सभी राशि के जातकों में देखने को मिलता है क्योंकि चंद्र मन का कारक होता है। ज्योतिष के अनुसार जन्मकुंडली में मन का कारक चंद्र यदि निर्बल हो, शत्रु के क्षेत्र में हो, नीच का हो या शत्रु के नक्षत्र में हो तो दूषित कहलाता है। चंद्रमा मन का कारक होता है। इसलिए, मन की नकारात्मकता दूर करने के लिए चंद्र से जुड़े उपाय किये जा सकते हैं। चंद्र माता का भी कारक होता है इसलिए अपनी माता का सम्मान करें। कुंडली में चंद्र के प्रभाव को बढ़ाने के लिए मोती रत्न धारण करें।

चंद्र ग्रहण का राशियों पर असर
चंद्र ग्रहण का नकारात्मक असर सबसे ज्यादा वृषभ, lunar eclipse (1)सिंह, तुला और कुंभ राशि के जातकों में देखने को मिलेगा। बाकी आठ राशियों के लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इनके लिए यह ग्रहण या तो अच्छा रहेगा या फिर कोई खास असर नहीं करेगा ।
(Info from Rajpurohit Madhur Ji)

580 साल बाद इतना लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण
जानकारों के अनुसार 2021 से पहले इतना लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण 27 फरवरी, 1440 को पूर्णिमा पर हुआ था। 19 नवंबर का आंशिक चंद्र ग्रहण पश्चिमी अफ्रिका, पश्चिमी यूरोप, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, एशिया, आस्ट्रेलिया, अटलांटिक, महासागर में दिखाई देगा। इस ग्रहण का मोक्ष चंद्रोदय के समय आस्ट्रेलिया, इन्डोनेशिया, थाईलैंड, lunar eclipse (1)भारत के पूर्वोत्तर भाग, चीन, रूस, में दिखाई देगा। इस दिन एक और खास बात है कि, ये ग्रहण 59 साल बाद गुरु-शनि मकर राशि में हो रहा है । अभी गुरु-शनि मकर राशि में स्थित हैं और आंशिक चंद्र ग्रहण हो रहा है। गुरु-शनि मकर राशि में और चंद्र ग्रहण का योग 2021 से 59 साल पहले 19 फरवरी 1962 को हुआ था। 19 नवंबर का ग्रहण वृषभ राशि में हो रहा है, चंद्र इसी राशि में रहेगा।
(Input from Bhaskar.com)