अमावस्या अगर शनिवार को पड़े तो उसे शनिश्चरी अमावस्या या शनि अमावस्या कहते हैं । और इस बार तो पिृतपक्ष का भी संयोग है । जानें इस दिन शनि दोष से मुक्ति पाने के कुछ खास उपाय ।
New Delhi, Sep 24: शनिश्चरी अमावस्या के दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए कुछ उपाय किए जाएं तो आप शनि दोष से मुक्त हो सकते हैं । अमावस्या के दिन पूर्वजों को याद करते हुए दान देना शुभ माना जाता है, साथ ही इस दिन किए गए कुछ खास उपाय आपकी कई चिंताओं को दूर करते हैं । शनिवार को अमावस्या का पड़ना एक शुभ योग है, न्याय के देवता शनिदेव को प्रसन्न कर आप जीवन पर मंडरा रहे काले बादलों को दूर कर सकते हैं ।
सांयकाल में करें पूजा
शनिश्चरी अमावस्या के दिन शनिदेव की पूजा करते हुए कुछ बातों का ध्यान रखें । पूजा की सामग्री में सरसों का तेल, तिल का तेल, काली उड़द की दाल और काले तिल का होना अति आवश्यक है । इसके अतिरिक्त शनि देव को धूप, दीप, नील, फूल और फल, नौवेद्य के साथ काले रंग के वस्त्र अर्पित करने चाहिए । शनिदेव की पूजा संध्याकाल में करने से वो प्रसन्न होते हैं ।
शनिश्चरी अमावस्या का एक खास उपाय
सूर्यास्त के बाद पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का एक दीपक प्रज्वलित करें । इस दिन गणेश जी और भगवन विष्णु की पूजा भी विशेष फलदाई होती है । आप स्नान आदि कर दोनों भगवान की आराधना करें, पीपल के पेड़ के चारों ओर कच्च सूत लेकर 7 बार परिक्रमा करें और फिर दीप दान करें । पीपल का पेड़ ईश्वर तुल्य माना जाता है, इनका संबंध शनिदेव से बेहद मजबूत है इसलिए सिर्फ अमावस्या पर ही नहीं आप प्रत्येक शनिवार पीपल के पेड़ के नीचे दीपदान करें ।
इस मंत्र का करें जाप
शनिश्चरी आमावस्या पर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना अच्छा होता है । इस दिन पितरों का श्राद्ध भी कर सकते हैं । इस मंत्र का जाप करने के लिए आपको इसके उव्च्चारण का विशेष ध्यान रखना होगा । इस दिन शनि स्त्रोत, शनि चालीसा का पाठ भी करना चाहिए । शनि दोष से मुक्ति मिलती है । शनि अमावस्या का शुभ योग व्यर्थ ना जाने दें, इन उपायों को कर आप भी जीवन में आ रही परेशानियों को दूर कर दें ।