रोजाना सुबह उठते ही बोलें ये सात नाम, बुरे से बुरा समय भी टल जाएगा

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महाभारत और गरुड़ पुराण में बताया गया है कि रोजाना सुबह उठते ही सप्त ऋषियों यानी सात ऋषि-मुनी के नामों का जाप करने से सभी तरह की परेशानियों से मुक्ति मिल सकती है।

New Delhi, Jan 12 : कई लोग ऐसे हैं, जो खूब मेहनत करते हैं, लेकिन उन्हें धन लाभ नहीं मिल पाता है। शास्त्रों के मुताबिक इसकी एक वजह कुंडली के दोष भी हो सकते हैं, इसके साथ ही जाने-अनजाने में किये गये पाप कर्मो की वजह से भी भगवान की कृपा नहीं मिलती है, गरीबी से पीछा नहीं छूटता है। आइये आपको बताते हैं कि कैसे इससे छुटकारा पाया जा सकता है, या फिर क्या करें, जिससे आपको राहत मिल सके, सुबह उठकर इन सात नामों को जरुर लें।

सुबह उठते ही करें जाप
महाभारत और गरुड़ पुराण में बताया गया है कि रोजाना सुबह उठते ही सप्त ऋषियों यानी सात ऋषि-मुनी के नामों का जाप करने से सभी तरह की परेशानियों से मुक्ति मिल सकती है, dhyanअगर आप भी गरीबी और तंगहाली से परेशान हैं, तो इनके नाम का जाप कर सकते है, निश्चित रुप से फायदा मिलेगा।

विश्वामित्र
सुबह उठकर विश्वामित्र का नाम लें, इन्होने ही गायत्री मंत्र लिखा था, साथ ही मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम और लक्ष्मण के ये गुरु भी थे, vishwamitraइन्हीं के आश्रम में रहकर दोनों ने शिक्षा हासिल की थी। सुबह इनका नाम लेने से गरीबी और तंगहाली से आपका पीछा छूटेगा।

वशिष्ठ
ऋषि वशिष्ठ राजा दशरथ के चारों पुत्रों के गुरु थे, इनका जन्म ब्रह्माजी की इच्छा शक्ति से हुआ था, जब राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुध्न छोटे थे, Vashithaतो ऋषि वशिष्ठ ने ही उन्हें ज्ञान दिया था। इनका सुबह उठकर स्मरण करने से आपके जीवन में खुशहाली आएगी।

द्रोणाचार्य
ऋषि द्रोणाचार्य को कौन नहीं जानता, वो महाभारत के चर्चित नामों में से एक थे। इन्होने ही कौरवों और पांडवों को शिक्षा दी थी। Dronachayaसप्त ऋषियों में द्रोणाचार्य का भी नाम शामिल है, सुबह इनका नाम लेने से आपकी गरीबी दूर भाग सकती है।

अगस्त्य
ऋषि अगस्त्य सप्त ऋषियों में चौथे ऋषि हैं, इनका जन्म काशी में हुआ था, इनकी पत्नी लोपामुद्रा थीं। सुबह रोजाना इनका नाम लेने से बुरा समय जल्द खत्म होता है, agastyaइसलिये सुबह उठकर इनका नाम जरुर लें।

भृगु
सप्त ऋषियों में पांचवें ऋषि हैं भृगु, इन्होने ही भृगु संहिता की रचना की थी, ऐसी मान्यता है कि ये भगवान ब्रह्मा के मस्तिष्क से उत्पन्न हुए थे। Bhriguजगने के बाद इनका नाम लेने से जीवन में खुशहाली आती है।

कश्यप
सप्त ऋषियों में छठें ऋषि हैं कश्यप, पुराणों के मुताबिक कश्यप ऋषि की 12 पत्नियां थी, इन्हीं के नाम से कश्यप गोत्र की उत्पत्ति हुई। Kashyapसुबह रोजाना सप्त ऋषियों के नाम का स्मरण करने से दुख दूर होते हैं।

अत्रि
सप्त ऋषि के सातवें ऋषि अत्रि हैं, भगवान श्रीराम और सीता वनवास के दौरान इनके आश्रम में कुछ समय के लिये रुके थे, इनकी पत्नी का नाम अनसूइया है। Atryaसुबह-सुबह इनके नाम का स्मरण करने से जीवन में खुशहाली आएगी।