इस विधि से नहाने पर बुरी नजर से भी मुक्ति मिल सकती है, साथ ही बुरा समय भी धीरे-धीरे खत्म होने लगता है।
New Delhi, Mar 14 : अगर किसी इंसान की कुंडली में शनि से संबंधित कोई दोष है, तो उस व्यक्ति को किसी भी काम में आसानी से सफलता नहीं मिलती है, इसके साथ ही मानसिक तनाव भी अक्सर बना रहता है। ऐसे लोगों के घर-परिवार में भी अशांति रहती है। शनि को मनाने के लिये ज्योतिष शास्त्र में कई उपाय बताये गये हैं, अगर आपके साथ ही कुछ ऐसा ही हो रहा है, आइये आपको इस दोष को दूर करने के कुछ उपाय बताते हैं।
पहला उपाय
नहाने के पानी में काला तिल मिला लें, फिर उससे स्नान करें, इसके साथ ही अपने इष्टदेव या फिर ऊं शं शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप करें। इस उपाय से शनि से जुड़े सारे दोष दूर हो जाएंगे, साथ ही कार्यो में आ रही बाधाएं भी दूर हो जाएगी। इस विधि से नहाने पर बुरी नजर से भी मुक्ति मिल सकती है।
दूसरा उपाय
रोजाना सूर्योदय से पहले उठे, फिर स्नान करने के बाद तांबे के एक लोटे में गंगा जल या फिर शुद्ध जल भर लें, उसमें साबूत लाल मिर्च के दाने डाल लें। उसके बाद ये जल सूर्य को अर्पित करें। जल अर्पित करते समय सूर्य मंत्रों का भी जाप करें। ऐसा करने से घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान मिलता है।
तीसरा उपाय
सात तरह के अनाज लें, जैसे गेंहूं, ज्वार, मक्का, बाजरा, चना, साबूत मूंग और चावल। इन सभी अनाजों को आपस में मिला लें, फिर इसे पक्षियों को खिलाएं, ऐसा रोजाना करें, अगर आप ऐसा रोज नहीं कर पाएंगे, तो कम से कम सप्ताह में एक दिन ऐसा जरुर करें, ऐसा करने से आपके जीवन से बुरा समय टल जाएगा।
चौथा उपाय
रोजाना सुबह जब घर से बाहर निकलें, तो कोशिश करें कि पहले दायां पैर ही दरवाजे से बाहर रखें, अगर रास्ते में गाय दिखती हो, तो उसे हरी घास खिलाएं। अगर चारा नहीं खिला सकते हैं, तो फिर आप रोटी भी दे सकते हैं। इस उपाय से आपको पूरे दिन सकारात्मक फल मिल सकते हैं।
पांचवां उपाय
घर में जब भी रोटी बने, तो पहली अलग निकाल लें, इस बात का ध्यान रखें, कि ये रोटी अन्य रोटियों से थोड़ी बड़ी होनी चाहिये, ताकि आप आसानी से उसके 4 टुकड़े कर सकें। इस रोटी के बराबर से चार टुकड़े कर लें, फिर इन चारों पर कुछ मीठा जैसे खीर, गुड़, शक्कर इत्यादि रख लें, इस बात का विशेष ध्यान रखें, कि बाहर का कोई इंसान आपको ये टोटका करते हुए ना देख पाए।
गाय को पहला भाग खिलाएं
आपने जो रोटी का चार भाग किया है, उसमें पहला वाला भाग गाय को खिला दें, फिर भगवान से प्रार्थना करें, कि आपकी समस्याओं का निदान जल्द से जल्द हो जाए, साथ ही आपकी मनोकामना भी पूरी हो। हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार गाय में सभी देवताओं का निवास होता है। इसलिये पहली रोटी उन्हें ही दी जाती है।
दूसरा टुकड़ा कुत्ते को दें।
अब रोटी का दूसरा टुकड़ा कुत्ते को खिला दें, शिवमहापुराण के मुताबिक कुत्ते को रोटी खिलाते समय ये बोलना चाहिये, कि यमराज के मार्ग का अनुसरण करने वाले जो श्याम और शबल नाम के दो कुत्ते हैं, मैं उनके लिये ये अन्न का भाग देता हूं, वो इस भोजन को ग्रहन करें, इसे कुक्कर बलि भी कहा जाता है।
तीसरा भाग कौए को दें
अब रोटी के तीसरे भाग को कौए को खिला दें, और साथ ही बोलें पश्चिम, वायव्य, दक्षिण और नैऋत्य दिशा में रहने वाले जो पुण्यकर्मा कौए हैं, वो मेरी इस दी हुई बलि को ग्रहन करें। धर्म ग्रंथ के अनुसार इसे काक बलि कहते हैं। अब आखिरी टुकड़ा जो बचा है, उसे घर पर ही रहने दो, जब कोई भिक्षुक आए, तो उसे दे दें। इस तरह से छोटा सा काम करने से आपका बुरा समय जल्द ही खत्म हो जाएगा।