लगातार 8 दिन तक करें ये उपाय, दूर होगी गरीबी, चमकेगी किस्‍मत

कुंडली में ग्रहों का दोष हो तो कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है । जीवन भर उतार-चढ़ाव लगे ही रहते हैं । ऐसे में कुछ उपाय कर आप इन समस्‍याओं से मुक्ति पा सकते हैं ।

New Delhi, Apr 19 : जीवन में कुछ भी कठिन नहीं, बस उसे हासिल करने का सामर्थ्‍य आपमें होना चाहिए । आपको अपनी इच्‍छा शक्ति को जागृत करना होता है । आप सब कुछ कर सकते हैं ये खुद को समझा सकें तो बहुत ही अच्‍छा अगर नहीं तो ईश्‍वर की शरण में चले जाएं । ध्‍यान लगाएं, परमपिता परमेश्‍वर से अपने मन की शांति के लिए प्रार्थना करें । कई बार ऐसा इसलिए भी नहीं हो पाता क्‍योंकि हमारे ग्रह, नक्षत्र हमारा साथ नहीं देते हैं । दोषों के चलते कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं । आगे जानिए वो उपाय जो आपको ऐसी स्थिति से उबारने में सहायक हैं ।

पहला उपाय
रोज सुबह जल्दी उठें और अपनी दोनों हथेलियां देखें। स्नान के बाद साफ वस्त्र धारण करें। सूर्य को जल चढ़ाएं। इसके बाद घर के मंदिर में गणेशजी की पूजा करें। गणपति के षडविनायकों के नाम मंत्र 108 बार जपें। आठ दिन तक गणेशजी के सामने शुद्ध घी का दीपक जलाएं। पूजा करके 21 दूर्वा हर रोज गणेशजी को अर्पित करें। ये उपाय आपके जीवन के सभी कष्‍टों को दूर करता है ।

ये हैं षडविनायकों के नाम
ऊं मोदाय नम:, ऊं प्रमोदाय नम:, सुमुखाय नम:, ऊं दुर्मखाय नम:, ऊं अविध्यनाय नम: ऊं विघ्नकरत्ते नम:, इस प्रकार से इन षडविनायकों के नाम का पाठ 108 बार रोज करना है। इसके बाद आठवें दिन पूजा के बाद अपने घर में ब्राम्हणों को भोजन कराएं। गणेशजी से दुख दूर करने की प्रार्थना करें। इस उपाय के असर से दुर्भाग्य दूर हो सकता है और किसी की भी किस्मत चमक सकती है।

इनकी पूजा से होगा दुख दूर
शास्त्रों में लिखा है कि कलौ चंडी विनायकौ यानी कलियुग में श्रीगणेश और मां दुर्गा शीघ्र सिद्धि प्रदान करते हैं। इनकी पूजा से शीघ्र ही शुभ फल मिलते हैं। अत: श्रीगणेश और मां दुर्गा की पूजा रोज करनी चाहिए। किसी भी शुभ दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान के बाद घर के मंदिर में पूजा करें और नवार्ण मंत्र के 11 हजार जाप करें। जाप के बाद दो कन्याओं को भोजन कराएं। इससे कार्यों में आ रही सभी बाधाएं दूर हो सकती हैं। नवार्ण मंत्र- ऊं ऐं क्लीं चामुंडायै विच्चे।

गीता में भी कहा गया है
श्रीकृष्‍ण भगवान विष्‍णु के अवतार माने जाते हैं । महाभारत के युद्ध में उन्‍होने अर्जुन के सारथी की भूमिका निभा अर्जुन को सही – गलत का ज्ञान दिया था । हिंदुओं के पवित्र धर्म ग्रंथ गीता का ज्ञान भी श्रीकृष्‍ण ने ही दिया था । कहते हैं गीता में जीवन की हर मुश्किल से निपटने का सूत्र मौजूद है । ऐसी ही कुछ बातें श्रीकृष्‍ण ने गृहस्‍थ लोगों के लिए बताई हैं जिनको अमल में लाकर व्‍यक्ति दरिद्रता को घर से दूर रख सकता है ।

घी का दिया जलाएं
श्रीकृष्‍ण कहते हैं कि जिस घर में गाय के घी का दीप दान होता है, उस घर से दुख और दरिद्रता दूर हो जाती है । भगवान के लिए घी का भोग-प्रसाद बनाया जाता है उस घर की ओर निर्धनता मुड़कर भी नहीं देखती । गौ माता से श्रीकृष्‍ण को विशेष प्रेम था इसलिए उन्‍होने गौसेवा को उत्‍तम सेवा बताया है । गाय की सेवा करने वाले व्‍यक्ति को भी निर्धनता कभी नहीं छू पाती ।