वास्तु के अनुसार आपके घर का मुख्य द्वार आपके घर की खुशियों का भी प्रवेश द्वार है । घर हो, दुकान हो या फिर दफ्तर, मेन गेट पर कुछ उपाय करके आप सुख की प्राप्ति कर सकते हो ।
New Delhi, May 09 : आज कल की जिंदगी में भागदौड़ बहुत है, काफी मेहनत के बाद भी कई बार फल नहीं मिल पाता है । कौन नहीं चाहता कि वो जीवन में तरक्की करे, आगे बढ़े । कई बार आपकी किस्मत, आपकी कुंडली, आपके ग्रह नक्षत्र आपका साथ नहीं देते । ऐसे में कुछ आसान से जयोतिषीय उपाय कर आप इन परेशानियों को पार कर सकते हैं और अपनी किस्मत को चमका सकते हैं । जानिए वो काम जो आपकी बिगड़ी किस्मत को ठीक कर सकते हैं, साथ ही आपके घर को धन-धान्य से भर देंगे ।
मां लक्ष्मी की चरण पादुका
घर हो या दुकान, मुख्य दरवाजे पर मांग लक्ष्मी के चरणों के प्रतीक जरूर लगाएं । ऐसे लाल या पीले रंग के स्टीकर आजकल बाजारों में आसानी से मिलते हैं । लेकिन अगर आप माता का विशेष आशीर्वाद चाहते हैं तो लाल रंग से माता के ये चरण खुद बनाएं, उन्हें सजाएं । ध्यान रहे मां लक्ष्मी के ये चरण अंदर की ओर होने चाहिए । ऐसे घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती ।
घर के मेन गेट पर बनाएं स्वास्तिक
घर के मुख्य दरवाजे पर लाल रंग से स्वास्तिक बनाएं और मां लक्ष्मी से घर आगमन की प्रार्थना करें । हिंदू धर्म में स्वास्तिक का विशेष महत्व है । इसे बेहद शुभ माना जाता है । घर के मुख्य दरवाजे पर स्वास्तिक बनाने से परिवार के सदस्यों की आयु बढ़ती है और वो निरोगी रहते हैं । परिवार पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहती है ।
मुख्य दरवाजे पर तोरण लगाएं
पुराने समय में दरवाजों पर तोरण लगाए जाते थे, ये आम, पीपल या अशोक के पत्तों के लगाए जाते थे । दरवाजे पर तोरण लगाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता है । मुख्य दरवाजे पर तोरण जरूर लगाएं, आप पत्तों के साथ फूल मिक्स करके या बजार के बने बनाए तोरण लाकर भी लगा सकते हैं । विशेषकर त्यौहारों में मुख्य दरवाजे को कभी खाली ना छोड़ें ।
बैठी हुई मां लक्ष्मी की प्रतिमा
घर के मेनगेट पर मां लक्ष्मी की कमल पर बैठी हुई तस्वीर लगाएं । बैठी हुई लक्ष्मी की प्रतिमा लगाने से माता उस घर में वास करती हैं साथ ही परिवार को शुभ फल की प्रापित होती है । कारोबार में लाभ होता है । ऑफिस में भी मां लक्ष्मी की बैठी हुई मूर्ति स्थापित करना भी शुभ माना जाता है । कई लोगों के घर के मेन गेट पर लक्ष्मी-गणेश बने हुए होते हैं, ऐसे में ध्यान रखें कि वो खड़े हुए ना हों । किसी आसन पर विराजमान रूम में ही बनाए गए हों ।